प्रदेश सरकार प्रांतीय सिविल सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं पूर्व प्रशासक महाकाल मंदिर उज्जैन श्री सूरज नगर उज्जैनी (Suraj Nagar Ujjaini), प्रशासनिक सेवा में रहते हुए भी अखंड साहित्य अनुरागी रहे तथा साहित्य की निष्णांत साधना में सदैव रत रहे ।आपकी रचनाएं दो बार गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो चुकी है। चोटी के आशु कवियों तथा फिल्म जगत के लब्ध प्रतिष्ठित गीत कारों में आप की गणना की जाती है। आपके लिखे गीत, संगीत जगत का जाना माना नाम टी सीरीज सहित अन्य ने प्रसिद्ध गायक गायिकाओं के स्वर में गाए जा चुके हैं। 5 दर्जन से अधिक एल्बम भी निकल चुके हैं। महाकाल के लिए लिखा गया एक भजन 10 भाषाओं में रिकॉर्ड किया गया है ।हिंदी की कहानी सवा सौ गीतों की जुबानी विश्व की किसी भी भाषा 125 गीतों की प्रथम पुस्तक है ।
16 फरवरी 2020 को मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक नगर बुरहानपुर पर सबसे अधिक गीत के रचना कर आपका नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में दर्ज हो चुका है ।आपने एकदम अछूते विषयों पर जैसे रामचरितमानस तथा रामायण में वर्णित प्राकृतिक परिवेश पक्षियों ,जड़ी बूटियों, पर्वत आदि पर बेमिसाल लेखन किया है ।
इसके अतिरिक्त भांति भांति की अन्य रचनाएं भी आप द्वारा की गई तथा कई साल से प्रति दिन अविरल प्रातः वंदन/ संध्या बंधन का लेखन ,मूल रामायण का पदानुवाद,आदि।बड़े-बड़े मुशायरा एवं कवि सम्मेलनों की आप शान हुआ करते हैं ।अनेक मानक पुस्तकों की रचना आपके द्वारा की गई है जिनमें मुख्य हैं हौसले बुलंद हैं ,महाकाल आराधना ,हनुमान आराधना ,गीता शतक ,किसान मुस्कुराया तो देश मुस्कुराया आदि ।देश की सांस्कृतिक विरासत और विश्व की प्रमुख घटनाओं पर भी आपके द्वारा निरंतर लेखन किया जाता रहता है ।मध्यप्रदेश में राजगढ़ जिले के छोटे से गांव की गिडोरी के निवासी पिता स्वर्गीय खेम चन्द्र नागर जी जो वसुली पटेल थे एवं माता श्रीमती मधूबाई जी के घर जन्मे श्री सूरज नागर उज्जैनी जी द्वारा फिल्मों के लिए लिखे गए गीत फिल्म फेयर अवार्ड के लिए भी नामांकित हो चुकी है।