जिंदगी को खुलकर जीने के लिए एक छोटा सा उसूल बनाए रोज कुछ अच्छा याद रखें और कुछ बुरा भूल जाए। by Newspositive ‹ Previous रिश्तों मे तकरार का एक ही कारण है, मैं सही, तुम गलत। कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है। बोलने वाले को भी और चुप रहने वाले को भी। इसलिए वास्तव में वही समझदार है, जिसे ये ज्ञान हो जाये कि कहां बोलना है और कहां चुप रहना है। Next › उत्तम से सर्वोत्तम वहीं हुआ है जिसने आलोचनाओं को सुना है और सहा है। Related Posts रंग रूप देखकर किसी की फितरत का अंदाजा मत लगाना क्योंकि वफ़ादार और अच्छे लोग अक्सर सादगी में ही मिलते हैं। “अज्ञानी होना उतनी शर्म की बात नहीं हैं, जितना की सीखने की इच्छा ना रखना।” जीवन तो बांसुरी की तरह है, इसमें बाधा रूपी कितने ही छेद क्यों ना हो, लेकिन जिसे बजाना आ गया, समझो उसे जीना आ गया। जिंदगी को खुलकर जीने के लिए एक छोटा सा उसूल बनाए रोज कुछ अच्छा याद रखें और कुछ बुरा भूल जाए। Facebook Twitter Gmail LinkedIn