धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ की बेटी हर्षा वर्मा (Harsha Verma) ने लॉकडाउन (Corona lock down) के दौरान अपने समय का सदुपयोग करते हुए अपनी कला द्वारा धान के पैरा और बीज से छत्तीसगढ़ महातारी (Chhattisgarh Mahtari) की तसवीर गढ़ी है। उनकी इस कला को ना केवल हर किसी ने सराहा बल्कि उनकी इस तस्वीर को विश्व स्तर पर सम्मान मिला। धान के पैरा से इतने बड़े साइज़ की पैन्टींग बनाने के लिए उनकी इस कला को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में धान के पैरा से निर्मित सबसे बड़ी कलाकृति (largest art work created from paddy straw) शीर्षक के साथ दर्ज करते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड के सर्टिफ़िकेट से सम्मानित किया गया।

मंदिर हसौद (Mandir Hasaud) निवासी 20 वर्षीय कु. हर्षा वर्मा बतलाती हैं कि वह इस समय डिग्री गर्ल्स कॉलेज रायपुर में बीएससी कम्प्यूटर साइंस अंतिम वर्ष की अध्ययनरत छात्रा है। आपके पिता श्री लक्ष्मण वर्मा जी किराना दुकान चलाते हैं जबकि इनकी मां सीमा वर्मा जी कुशल गृहणी के अलावा महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्षा भी है।तीन बहनों में सबसे छोटी हर्षा शुरु से ही मेघावी छात्रा रही है जिन्हे 12वीं कक्षा तक हमेशा कक्षा में प्रथम स्थान मिला है। इसके अलावा अभी बीएससी द्वितिय वर्ष की परीक्षा में भी इन्होनें टॉप किया था। हर्षा वर्मा ने आगे बताया कि उन्होनें पैरा आर्ट कला गर्मी की छुट्टियों में मोनेट जाकर सीखी और वैश्विक कोरोना महामारी के मद्देनजर लॉक डाउन में अपने समय का सदुपयोग कर लगातार दस दिनों तक कठिन मेहनत करके 10 अप्रेल 2020 को 3’6″×2’6″ साइज की छत्तीसगढ़ महतारी की खूबसूरत पैराआर्ट तैयार की। इस पैराआर्ट को सोशल मीडिया पर हर किसी ने सराहा। इसके पश्चात उनकी इस कृति पर छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव दहरिया (Dr. Shiv Dahariya, Minister, Urban Administration, Chhattisgarh) के कर कमलों से उनके शासकीय कार्यालय में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र GBWR अधिकृत संवाददाता श्रीमती सोनल राजेश शर्मा जी की उपस्थिति में दिया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री महोदय ने हर्षा के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि हर्षा ने विश्व स्तर पर केवल मंदिर हसौद ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के गौरव को बढाने का काम किया है। इन्होने छत्तीसगढ़ महातारी को पैरा आर्ट के माध्यम से जिस तरह से प्रस्तुत किया है वो सचमुच ही प्रशंसनीय है।

कु. हर्षा वर्मा धान के पैरे से वर्ष 2013 से अब तक भगतसिंह जी, स्वामी विवेकानंद जी, रविन्द्रनाथ टैगोर जी, सरदार वल्लभभाई पटेल जी, अटल बिहारी वाजपेयी जी, नरेंद्र मोदी जी सहित कई महापुरुषों की आकृती बना चुकी है। अभी हाल में ही उन्होनें लगभग एक माह की मेहनत से 8×4 साइज की भारत माता की आकृति बनाई है। छत्तीसगढ़ की महामहिम राज्यपाल महोदया सुश्री अनुसुइया उइके जी ने ये तस्वीर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को अवलोकनार्थ भेजने की बात कही है। हर्षा वर्मा का कहना है कि पैरा आर्ट विरले लोग ही बनाते हैं। धान के पैरा से पैंटींग बनाना छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। भारत माता की यह अद्भुत तस्वीर प्रधानमंत्री जी और राष्ट्रपति महोदय को देश के लिए समर्पित कर उनके हाथों से ही सर्टिफ़िकेट लेना चाहूंगी। हर्षा वर्मा आर्टिस्ट के अलावा एनएसएस वोलिन्टयर्स, शिक्षिका, सोशलवर्कर और नया कदम जनसंस्था एनजीओ की अध्यक्षा भी है। नया कदम एनजीओ (NGO Naya Kadam) के माध्यम से ये पैड, मास्क एवं जरुरतमंदों को कपड़ा उपलब्ध कराती हैं और गरीब विद्यार्थियों को निःशुल्क पढाई में भी मदद करती हैं।