साल 2016 में नोटबंदी की घोषणा के उपरांत जहां कुछ दिनों तक हर तरह के कारोबार जैसे थप्प से हो गए थे, वहीं पर मध्य प्रदेश के सुजालपुर उप पंजीयन कार्यालय में 38 वर्षीय युवा व्यवसाई अभिषेक सक्सेना (Abhishek Saxena) ने एक ही दिन में 29 आवासीय प्लाटों की रजिस्ट्री कराकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा कर अनोखा कारनामा कर दिखाया। यह वह दौर था जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा नोटबंदी की घोषणा की गई थी ।प्रत्येक कारोबार की तरह रियल स्टेट के धंधे पर भी इसका असर पड़ना ही था। जमीन जायदाद की रजिस्ट्री लगभग बंद हो गई थी ,लेकिन आपको किसी से यह जानकारी मिली की अब यह कार्य ऑनलाइन किया जा सकता है, तो आपने इस पर कार्य करने का मन ही मन फैसला किया ।उस समय आम लोगों के लिए इस तरह का कार्य किया जाना एकदम नया प्रयोग था ,लेकिन दृढ़ इच्छाशक्ति धनी श्री सक्सेना जी ने इसे आजमाने का निश्चय किया और उन्होंने एक ही दिन में 29 विक्रय पत्र के पंजीयन कराएं तथा सभी की बिक्री कर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा कर विश्व कीर्तिमान बना डाला। आपका यह अवार्ड दर्ज होने के उपरांत पूरे शहर में आप सितारे के रूप में सम्मानित किए जाने लगे ।पंजीयन कराए गए समस्त विक्रय पत्र भारत सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना को समर्पित कर दिए गए ।प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई डिजिटल इंडिया, प्रधानमंत्री आवास योजना से अत्यधिक प्रभावित हुए आपको लगा कि यह योजना शहरी इलाकों में निवास करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के व्यक्तियों के लिए अधिक लाभप्रद है। इसी विचारधारा से प्रभावित होकर आप ने आमजन के बीच इस योजना का खूब प्रचार प्रसार किया। आपके इस संपूर्ण काम में आपके अनुज श्री अजीत सक्सेना जी हर कार्य में प्रतिपल सहयोग में लगे रहे। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में आपका नाम दर्ज होने के उपरांत शहर की अनेक संस्थाओं और अनेक शक्त शख्शियतों द्वारा आप को सम्मानित किया गया।