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- यदि आप के चंद मीठे बोल से किसी का रक्त बढ़ाता है तो यह भी "रक्तदान" है। यदि आप के द्वारा किसी की पीठ थपथपाने से उसकी थकावट दूर होती है तो यह "श्रम दान" है। यदि आप कुछ भी खाते समय उतना ही प्लेट में लेते हैं कि कुछ भी व्यर्थ ना जाए तो यह "अन्न दान" है।
- जब मन कमजोर होता है परिस्थितियां समस्या बन जाती हैं। जब मन स्थिर होता है परिस्थितियां चुनौती बन जाती हैं। जब मन मजबूत होता है परिस्थितियां अवसर बन जाती हैं।
- अपने स्वभाव को हमेशा सूर्य की तरह रखिए, ना उगने का अभिमान ना डूबने का डर। जीवन में तूफान आने भी ज़रूरी हैं क्यूंकि तभी पता चलता है कि कौन हाथ पकड़ता है, कौन हाथ छोड़ देता है।
किसी एक्सरे में भी नजर नही आते है जो जख्म अपने दे जाते है। लोग कहते है कि आदमी को अमीर होना चाहिए। और हम कहते है कि आदमी में जमीर होना चाहिए।