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- एक व्यक्ति ने भगवान से पूछा, तुझे कैसे रिझाऊं मैं। कोई वस्तु नहीं ऐसी जिसे तुझ पर चढाऊं मैं, "भगवान ने उत्तर दिया" संसार की हर वस्तु तुझे मैनें ही दी है। तेरे पास अपना सिर्फ तेरा "अहंकार" है,जो मैनें नहीं दिया। उसी को तु मुझे "अर्पण" कर दे,"तेरा जीवन सफल हो जाएगा"
- ख़ामोशी की तह में छुपा लो सारी उलझनो को, शोर कभी मुश्किलों को आसान नहीं करता। जो सुख में साथ दे, वे "रिश्ते" होते हैं ! जो दुख में साथ दे, वे "फरिश्ते" होते हैं !
- जैसे उबलते पानी में कभी परछाई नही दिखती ठीक उसी प्रकार परेशान मन से समाधान भी नही दिखते शांत होकर देखिए सभी समस्याओं का हल मिल जाएगा l