Related Posts
-
जीवन में सब कुछ अस्थाई है| अगर सब कुछ अच्छा चल रहा है तो उसका आनन्द लेते रहें क्योंकि वो हमेशा रहने वाला नहीं है। यदि कुछ बुरा चल रहा है तो चिन्ता न करें क्योंकि वो भी हमेशा रहने वाला नहीं है।
-
जो समय "चिंता" में व्यतीत होता है वह "कूड़ेदान" में जाता है और जो समय "चिंतन" में व्यतीत होता है वह "तिजोरी" में जमा होता है।
-
शब्दों का वजन तो बोलने वाले के भाव पर आधारित है। एक शब्द मन को दुःखी कर जाता है, और दूसरा शब्द मन को खुश कर जाता है, क्योंकि हमारी वाणी ही हमारे व्यक्तित्व और आचरण का परिचय कराती है।
चाह कर भी अपने प्रति लोगो की धारणा नहीं बदल सकते। इसलिए शांति से अपना जीवन जिये औऱ मस्त रहे प्रसन्न रहे।