मजलूमों के मसीहा: अरविंद कुमार चौरसिया

मजलूमों के मसीहा: अरविंद कुमार चौरसिया

पुलिस बल एक ऐसा निकाय है जो राज्य द्वारा निर्मित कानूनों को लागू करने, संपत्ति की रक्षा और नागरिक व्यवस्था को सुरक्षित रखने का कार्य करती है। पुलिस को प्रदान की गई शक्तियों में वैध बल का उपयोग भी शामिल है। जैसे-जैसे हमारी व्यवस्था विकसित होती गई उसी प्रकार विविध...
सेवा के पर्याय: सुधीर भाई गोयल

सेवा के पर्याय: सुधीर भाई गोयल

गरीब, बेसहारा एवं लाचार लोग हमें अक्सर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के आस-पास, मंदिरों के बाहर आदि दिखाई देते है जिन्हें देखकर अधिकांश लोगों के मन में दया एवं उनकी मदद करने की भावना उत्पन्न होती है परन्तु हम कभी-कभी कुछ पैसे दे कर अपनी भावनाओं की तुष्टि करते हुए उन्हें उसी...
स्वच्छता दूत: रिपुदमन बेवली

स्वच्छता दूत: रिपुदमन बेवली

पहला सुख निरोगी काया, एक बहुत पुरानी कहावत एवं शाश्वत सत्य है जिसे हजारों वर्षों से लोग समझते आए है। निरोगी अर्थात स्वस्थ रहना बहुत आवश्यक है जिसे हर इंसान को समझना ही पड़ता है। कुछ बचपन से ही समझ जाते है, कुछ युवा अवस्था में समझते है नहीं तो बुढ़ापे में तो सभी को...
विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने को समर्पित: इंजीनियर स्वप्निल कुमार शर्मा

विज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने को समर्पित: इंजीनियर स्वप्निल कुमार शर्मा

अत्यंत प्रतिष्ठित संस्थानों से बीटेक एवं एमटेक की पढ़ाई करके, बेहतरीन पदों पर कार्य करते हुए एवं अतिव्यस्त रहने के बावजूद प्रतिपल विज्ञान के नूतन आविष्कारों के बारे में सोचते रहना, कैसे नए-नए वैज्ञानिक आविष्कार आमजन तक पहुंचे इसी में विचार मग्न रहना, तीर्थराज...
हरियाणवी कलाकारों का मसीहा: जगत परदेसी

हरियाणवी कलाकारों का मसीहा: जगत परदेसी

वैसे तो फिल्म जगत को हरियाणा ने अनेक कोहिनूर दिए हैं जिन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है, लेकिन एक जौहरी ऐसे भी है जिन्होंने हरियाणा के दूरदराज गांवों में छिपी हुई प्रतिभाओं को खोज-खोज कर, तराश कर उन्हें मुंबई में पहुंचा कर सितारा बना दिया। पर्दे के पीछे उस असली...
भारतीय अर्थतंत्र का भीष्म पितामह: रतन नवल टाटा

भारतीय अर्थतंत्र का भीष्म पितामह: रतन नवल टाटा

बात सन 2005 ईस्वी की है जर्मनी के एक होटल में अपने दोस्तों संग खाना खाने के दौरान एक महाशय सामान्य व्यवहार बस विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आर्डर दिए जो खा सके खाए फिर जो न नहीं खा सके उसे छोड़ दिए। जैसा कि आमतौर पर प्रायः अधिकांश भारतीय करते हैं और बिल चुका कर चलने...