पीरियाडिक टेबल की क़्वीन : बुशरा निदा

पीरियाडिक टेबल की क़्वीन : बुशरा निदा

रसायन विज्ञान (Chemistry) में पीरियाडिक टेबल (Periodic Table) का महत्व सर्वविदित है, हां इसे याद करना इसमें पारंगत होना सरल नहीं रहता है। यदि महज 16 वर्षीया छात्रा इसे न केवल याद कर ले वरन् पूरी की पूरी पीरियॉडिक टेबल पर कविता (Poetry) लिखते हुए एक पुस्तक के रूप में...
राज्यपाल महोदया को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ने वर्ल्ड रिकार्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया

राज्यपाल महोदया को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड ने वर्ल्ड रिकार्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया

17 दिसंबर 2020 को हुई छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की वर्चुअल बैठक नें वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान प्राप्त किया छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके जी (CG, Governor, Ms. Anusuiya Uikey) को राजभवन में 17 दिसंबर 2020 को हुए वर्चुअल वेबीनार के लिए गोल्डन...
सुंदरता को निखार कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड: ज्योति विलास विनचंकर

सुंदरता को निखार कर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड: ज्योति विलास विनचंकर

मानव सभ्यता के उदय के समय से ही मनुष्य को अपने शारीरिक अंगों को सुंदर, सुडौल, दीप्तिमान, कांतिमान रखने की भावना का भी जन्म हुआ। प्राचीन भारतीय ग्रंथों जैसे अग्नि पुराण, महाभारत, कौटिल्य कृत अर्थशास्त्र, अमरकोश, कामसूत्र आदि में शरीर को सुंदर बनाए जाने हेतु सामग्रियों...
योग के मंदिर में टेक्नोलॉजी का पुजारी: प्रदीप कुमार पातर

योग के मंदिर में टेक्नोलॉजी का पुजारी: प्रदीप कुमार पातर

योग भारतीय ज्ञान की पाँच हजार वर्ष पुरानी परंपरा में से एक है। हालांकि कई लोग योग को मात्र शारीरिक व्यायाम मान लेते हैं, दरअसल योग का अर्थ इन सब से कहीं व्यापक है, योगविज्ञान में जीवन शैली का पूर्ण सार आत्मसात किया जाता है। योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है जिसमें शरीर,...
इंकलाबी: सूर्यकांत पांडे

इंकलाबी: सूर्यकांत पांडे

“शहीदों की चिताओं पर लगेगें हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा” देश को आजादी काफ़ी त्याग, बलिदान, जद्दोजहद तथा संघर्ष के बाद मिली है यह हम सभी जानते हैं। लाखों-करोड़ों लोगों ने अपना सर्वस्व न्योछावर किया है। वैचारिक स्तर पर रास्ते एकाधिक...
भीड़ से अलग पहचान बनाने वाले स्वप्नदर्शी: श्री जय कुमार जैन जी

भीड़ से अलग पहचान बनाने वाले स्वप्नदर्शी: श्री जय कुमार जैन जी

हर मनुष्य का अपना एक व्यक्तित्व होता है, और यही मनुष्य की पहचान भी है। कोटि-कोटि मनुष्यों की भीड़ में निराले व्यक्तित्ववाला व्यक्ति अपनी विशिष्टता के कारण पहचान ही लिया जाता है। भीड़ से अलग खुद की पहचान बनाने के लिए कुछ अलग करना पड़ता है, बने बनाए रास्ते पर चलना तो...