मालवा की लोक कलाओं की अनुपम सृजनहार: डॉ पल्लवी किशन

मालवा की लोक कलाओं की अनुपम सृजनहार: डॉ पल्लवी किशन

मनुष्य के शरीर में हृदय यानी दिल का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है जो कि शरीर के लगभग मध्य में स्थित होता है, इसीलिए मध्य में रहने वाले को दिल के करीब होने का दर्जा स्वतः मिल जाता है, चाहे वह व्यक्ति हो, स्थान हो अथवा कला। मध्य प्रदेश के हृदय के रूप में दर्जा प्राप्त...
अनाज के दानों पर रामायण की चौपाई लिखने वाला जादुई आर्टिस्ट: इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग

अनाज के दानों पर रामायण की चौपाई लिखने वाला जादुई आर्टिस्ट: इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग

दुनिया का सबसे छोटा चैस खेलने वाला पूरा सेट बना लेना, विश्व की सबसे छोटी मधुर धुन दायिनी बांसुरी बनाना एवं गणेश भगवान की सबसे छोटी मूर्ति बनाकर गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने वाले मध्यप्रदेश के बड़वा जिले के सेंधवा गांव के...
अनोखा चित्रकार: संजय लश्करी

अनोखा चित्रकार: संजय लश्करी

चित्रकला के क्षेत्र में क्या मंत्रों का प्रयोग इस अव्वल दर्जे के साथ किया जाना संभव है कि वह वैश्विक उपलब्धि बन जाए ।सुनने में आठवां आश्चर्य सा लगने वाला यह पूर्णतया सत्य है और इसे कर दिखाने वाले नायाब कला साधक्त का नाम है श्री संजय लश्करी। उज्जैन के निवासी श्री संजय...
भजन सम्राट: अनूप जलोटा

भजन सम्राट: अनूप जलोटा

कभी-कभी भगवान को भक्तों से काम पड़े ।हैदराबाद में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान जैसे ही है यह भजन समाप्त होता है कि श्रोता दीर्घा में बैठे शास्त्रीय संगीत के पितामह श्रीयुत पंडित जसराज जी उठते हैं और गाने वाले के गले में अपना मोतियों से जड़ित अत्यंत प्रिय हार...
मानव कल्याण का अखंड साधक: पंडित राजेंद्र जोशी उर्फ राजू महाराज

मानव कल्याण का अखंड साधक: पंडित राजेंद्र जोशी उर्फ राजू महाराज

पंडित श्री राजेंद्र जोशी (Rajendra Joshi) जी जिन्हें सभी आदर एवं स्नेह वश राजू महाराज (Raju Maharaj) के नाम से जानते हैं ने, वर्ष 2013 में अनवरत 216 घंटे अखंड श्री यज्ञ महालक्ष्मी महायज्ञ करके गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में अपना नाम...
सरस्वती का अनोखा साधक: अलाउद्दीन शेख

सरस्वती का अनोखा साधक: अलाउद्दीन शेख

गिरते हैं सह सवार मैदाने जंग में वो तिफ्ल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले। यह मात्र कहावत ही नहीं है अपितु उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मूल निवासी तथा कानपुर में एक कोचिंग संस्थान में छात्रों को पढ़ाने वाले 26 वर्षीय युवा ने इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है इस होनहार...