शहीदों का सेवक: नरेंद्र अरोड़ा

शहीदों का सेवक: नरेंद्र अरोड़ा

एक दिन सुबह-सुबह हरियाणा प्रांत के करनाल जिले के रहने वाले श्री नरेंद्र अरोड़ा जी अखबार पढ़ रहे थे अचानक उनकी नजर एक खबर पर पड़ी जिसमें क्रांतिकारियों की प्रतिमाओं की दयनीय दशा के बारे में विस्तार से छपा हुआ था कि कैसे शहीदों की प्रतिमाएं अनाथ बच्चों की तरह हो गई है।...
प्रकृति को सहेजने में जुटी देवी: शुभांगी आप्टे

प्रकृति को सहेजने में जुटी देवी: शुभांगी आप्टे

दृष्टि बाधित होने के नाते खेल न सपने वाले, मनोरंजन नहीं कर पाने वाले, छात्रों के लिए ब्रेल लिपि में गेम्स की पुस्तक का प्रकाशन स्वयं के खर्च पर कराकर, देश के लगभग 40 शहरों में घूम घूम कर छात्रों के बीच में उसका निशुल्क वितरण करना ,देश के छात्र-छात्राओं को देश की...
हुनर की खान: एडवोकेट अशोक कुमार द्विवेदी

हुनर की खान: एडवोकेट अशोक कुमार द्विवेदी

हाथ ही शरीर का ऐसा अंग है जो हर काम को करने में साथ देता है तथा कठिन से कठिन कार्य को भी सरल बना देता है। लेकिन अचानक यदि हाथ ही न रहें तो जीवन कितना कठिन हो जाता है, इसकी कल्पना की जा सकती है। परंतु ऐसे भी व्यक्तित्व हैं जो किसी कमी से हार नहीं मानते तथा हौसलों के...
कला जगत की जीवंत देवी : डॉ चित्रलेखा सिंह

कला जगत की जीवंत देवी : डॉ चित्रलेखा सिंह

कला जगत में हिंदुस्तान के लिए वैश्विक पटल पर महिलाओं की सफलता का इससे बेहतरीन उदाहरण भला और क्या हो सकता है ,कि डॉक्टर चित्रलेखा सिंह (Dr. Chitralekha Singh) विश्व की वह प्रथम महिला हैं जिन्होंने चित्रकला विषय में डिलीट की उपाधि प्राप्त की है। डॉ चित्रलेखा सिंह जी ने...
ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में लगी अनुपम व्यक्तित्व: डॉक्टर ममता मिश्रा

ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में लगी अनुपम व्यक्तित्व: डॉक्टर ममता मिश्रा

प्राचीनतम ऐतिहासिक वस्तुओं, कलाकृतियों ,पुस्तकों ,पांडुलिपियों आदि का खजाना हमारे देश में मौजूद है, दुर्भाग्यवश इनमें से ढेर सारी अनुपम ऐतिहासिक कृतियां जीर्ण शीर्ण हो नष्ट होने के कगार पर पहुंच जाती हैं ।इंटक यानी इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज, लखनऊ...
पैड गर्ल: शैलजा चौधरी

पैड गर्ल: शैलजा चौधरी

पीढ़ी दर पीढ़ी मानव सभ्यता का चलते जाना, मनुष्य की सृजनशीलता के कारण ही होता है। इस सृजनहार शक्ति का आधार बिंदु एक स्त्री होती है। इसी प्रकार संपूर्ण प्रकृति की शक्ति का आधार नारी को माना जाना कतई अनुपयुक्त नहीं होगा। संतान को अपने पेट में पालने से लेकर उत्पत्ति तक की...