तुलसी स्वरूप तन्मय बजाज

तुलसी स्वरूप तन्मय बजाज

भक्तों द्वारा अपने भगवान या ईष्ट को प्रसन्न करने के लिए तथा अपनी समस्याओं के निवारण के लिए सरल भाषा में की गई प्रार्थना चालीसा कही जाती है। हनुमान चालीसा को चालीसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें 40 छंद होते हैं। महावीर हनुमान जी को भगवान शिव जी का ग्यारहवां रुद्र...
महिला सशक्तिकरण मे कीर्तिमान स्थापित करती पहल: स्वाश्रिता

महिला सशक्तिकरण मे कीर्तिमान स्थापित करती पहल: स्वाश्रिता

भारतीय संस्कृति में मानव जीवन जिस धुरी पर टिका है उसके तीन आधार हैं- ज्ञान, धर्म और शांति। ज्ञान, धर्म तथा शांति की स्वामिनी के रूप में स्त्री वाचक शब्द का प्रयोग किया जाना अपने आप में ही स्त्री की श्रेष्ठता को साबित करता है। स्त्री को समृद्धि और संस्कृति की...
मानव सेवा को ईश्वर की आराधना समझने वाले सच्चे अराधक: श्री अनूप तोलानी जी

मानव सेवा को ईश्वर की आराधना समझने वाले सच्चे अराधक: श्री अनूप तोलानी जी

भारतीय सांस्कृतिक विरासत इतनी संपन्न रही है कि इसे कभी विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त था। एक तरफ धरती पर नाना प्रकार की विसंगतियां विकराल मुंह बाए खड़ी हैं तो दूसरी तरफ सामर्थ्यवानों द्वारा स्वहित की ही कुंडली में मुंह छिपाए रहने से संकट के बादल कम छट पाते हैं। वैश्विक...
इंसानियत के बगीचे के माली: संजय महेंद्रा

इंसानियत के बगीचे के माली: संजय महेंद्रा

अपनी योग्यता, काबिलियत एवं कठिन त्याग के कारण मुकम्मल मुकाम प्राप्त कर लेना, समाज के संभ्रांत व्यक्तित्व में अपना नाम शुमार करवाना, ऐश्वर्यपूर्ण जीवन जीने के समस्त लौकिक संसाधन अर्जित कर लेने वाली एक से बढ़कर एक शख्सियतें भरी पड़ी हैं। सरस्वती एवं लक्ष्मी के अद्भुत...
घनश्याम नायक यानी हास्य का नायक

घनश्याम नायक यानी हास्य का नायक

टीवी पर आने वाले हास्य व संदेशात्मक धारावाहिक तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Tarak Mehta ka Ulta Chasma) में नजर आने वाले श्री घनश्याम नायक जी यानी नट्टू काका (Mr. Ghanshyam Nayak AKA Mattu Kaka) दर्शकों के बीच नहीं रहे। वे काफी लंबे वक्त से कैसर से पीड़ित थे। वे तारक...
मानव सेवा को समर्पित – मयुरभाई जमोड ( Mayurbhai S Jamod)

मानव सेवा को समर्पित – मयुरभाई जमोड ( Mayurbhai S Jamod)

” जननी जण तो़ भग़त जण़जे, का दातार अने का़ सुर,    नहितर रहेजे वांजनी, मां तारु मत गुमाविश नुर. ” इंसान ओर उसकी क़ाबिलियत की परख तभी होती है जब उनकी प्रतिकूल परिस्थितियो से सामना होता है । अपने लक्ष्य तक पहूचने के लिये उसके पास कोई सुगम मार्ग़ नहीं होता ।...