प्रकृति को सहेजने में जुटी देवी: शुभांगी आप्टे

प्रकृति को सहेजने में जुटी देवी: शुभांगी आप्टे

दृष्टि बाधित होने के नाते खेल न सपने वाले, मनोरंजन नहीं कर पाने वाले, छात्रों के लिए ब्रेल लिपि में गेम्स की पुस्तक का प्रकाशन स्वयं के खर्च पर कराकर, देश के लगभग 40 शहरों में घूम घूम कर छात्रों के बीच में उसका निशुल्क वितरण करना ,देश के छात्र-छात्राओं को देश की...
मूक बधिर और अनाथ बच्चों की माँ: डॉक्टर रानी अवस्थी

मूक बधिर और अनाथ बच्चों की माँ: डॉक्टर रानी अवस्थी

ममत्व के नायाब खजाने से प्रकृति ने मात्र माँ को ही नवाजा है। इस खजाने के अक्षय कोष का अमृत रूपी रसपान करने का सौभाग्य अनेक मनुष्यों को नहीं मिल पाता है। परमपिता परमेश्वर समय-समय पर धरती पर ऐसी देवियों को भेजते रहते है जो अनाथ और बेसहारा लोगों के लिए माँ के आंचल का सुख...
साहित्य एवं संगीत के अनोखे संगम की स्वामिनी: मालविका हरि ओम

साहित्य एवं संगीत के अनोखे संगम की स्वामिनी: मालविका हरि ओम

साहित्य एवम् संगीत (litrature & music) दोनों ही लोगों के दिलों को छूने में कारगर होती है। आमजन की पीड़ा को अपनी लेखनी के माध्यम से उतारकर काव्य के रूप में सुनाना हो या प्रकृति के विविध स्वरूपों का वर्णन। लेखन की जादूगरनी की तरह लोगों के दिलों को छू कर श्रोताओं के...
हुनर की खान: एडवोकेट अशोक कुमार द्विवेदी

हुनर की खान: एडवोकेट अशोक कुमार द्विवेदी

हाथ ही शरीर का ऐसा अंग है जो हर काम को करने में साथ देता है तथा कठिन से कठिन कार्य को भी सरल बना देता है। लेकिन अचानक यदि हाथ ही न रहें तो जीवन कितना कठिन हो जाता है, इसकी कल्पना की जा सकती है। परंतु ऐसे भी व्यक्तित्व हैं जो किसी कमी से हार नहीं मानते तथा हौसलों के...
मानवीयता का देवदूत: निहाल राजा

मानवीयता का देवदूत: निहाल राजा

गरीब बच्चों की पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था कराना ,वृद्ध बेसहारा जनों की देखरेख की जिम्मेदारी उठाना, दृष्टिबाधित जनों की हर तरह से मदद करना, दिव्यांग जनों को विविध प्रकार के उपकरण आज की व्यवस्था कराना, नेत्रदान तथा देहदान के लिए लोगों को जागरूक कराना, मतदान जैसे राष्ट्रीय...