सुर सम्राट: सत्यम उपाध्याय

सुर सम्राट: सत्यम उपाध्याय

संगीत में इतनी सामर्थ्य होता है कि मूक प्राणी, पशु, पक्षी तथा यहां तक कि पौधे भी इसके चलते तरंग में आ जाते हैं तथा प्रेम रस में निमग्न हो अंतरगान करने लगते हैं। गीत-संगीत की भाषा एवं बोल चाहे जो भी हो लेकिन उससे हृदय में स्पंदन होने लगता है। आप भाषा या सुर ताल से...
अखबारों से मोह ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी: शर्मिष्ठा चक्रवर्ती

अखबारों से मोह ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी: शर्मिष्ठा चक्रवर्ती

बचपन से ही कुछ अलग करने की चाहत ने कोलकाता, पश्चिम बंगाल (Kolkata, West Bengal) की रहने वाली शर्मिष्ठा चक्रवर्ती जी (Sharmistha Chakraborty) को इस कदर प्रभावित किया कि आपने एक-एक कर अनेक रिकॉर्ड बना डाले। श्री विमल कुमार चक्रवर्ती जी तथा श्रीमती कृष्णा चक्रवर्ती जी की...
पेंटिंग के असली हीरो:  निर्भय सिंह राय

पेंटिंग के असली हीरो: निर्भय सिंह राय

मानव का कला से बहुत पुराना नाता है। शायद चित्रकला मानव द्वारा सीखी गई सबसे पुरानी कला है जिसके माध्यम से वह अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त कर सकता है। पाषाण काल में ही मानव ने गुफा चित्रण करना शुरू कर दिया था। होशंगाबाद और भीमबेटका क्षेत्रों की कंदराओं और गुफाओं में मानव...
वनस्पतियों को वैज्ञानिक नामों से जानने वाली वंडर गर्ल: श्रीजिता दास

वनस्पतियों को वैज्ञानिक नामों से जानने वाली वंडर गर्ल: श्रीजिता दास

दो वर्ष की जिस छोटी सी आयु में सामान्य तौर पर बच्चे अपने परिवार जनों का ठीक-ठीक से नाम नहीं बता पाते उस आयु में नयागढ़, उड़ीसा के निवासी तथा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा (Indian Agricultural Research Institute, Pusa) में वरिष्ठ वैज्ञानिक के पद पर सेवारत डॉ. तापस...
समग्र उन्नति हेतु अध्यात्म की ऊर्जा से राह दिखाने वाली साधिका: साध्वी डॉ प्रतिभा पावनी

समग्र उन्नति हेतु अध्यात्म की ऊर्जा से राह दिखाने वाली साधिका: साध्वी डॉ प्रतिभा पावनी

संसार में प्रत्येक जीव अपने मूल स्रोत, शाश्वत चैतन्य स्वरूप से वियोजित होता है। केवल मानव जीवन में यह संभावना होती है कि वह अपने मूल स्रोत को पहचान कर, चैतन्य स्वरूप की ओर लौट कर उसमें एकीकार हो सके। भगवान श्री कृष्ण जिस कर्म फल की बात भगवद गीता में करते हैं, उसी...