Related Posts
- जो मुझे आता है वो मैं कर लूँगा, जो मुझे नहीं आता वो मैं सीख लूँगा, जीवन में सफलता का यही मूल मंत्र है।
- शब्दों का वजन तो बोलने वाले के भाव पर आधारित है। एक शब्द मन को दुःखी कर जाता है, और दूसरा शब्द मन को खुश कर जाता है, क्योंकि हमारी वाणी ही हमारे व्यक्तित्व और आचरण का परिचय कराती है।
- खुश होना बहुत सरल है, किन्तु सरल होना अत्यन्त कठिन है।
कठिन परिस्थितियों मे संघर्ष करने पर एक बहुमूल्य संपत्ति विकसित होती है, जिसका नाम है, आत्मबल !!