उत्तम से सर्वोत्तम वहीं हुआ है जिसने आलोचनाओं को सुना है और सहा है। by Newspositive ‹ Previous जिंदगी को खुलकर जीने के लिए एक छोटा सा उसूल बनाए रोज कुछ अच्छा याद रखें और कुछ बुरा भूल जाए। Next › बात इतनी मीठी रखो की कभी वापिस लेनी पड़ जाए तो ख़ुद को कड़वी ना लगे। Related Posts वक्त से पहले मिली चीजे अपना मूल्य खो देती हैं और वक्त के बाद मिली चीजें, अपना महत्व। संसार मे जितनी भी प्रकार,की प्राप्तियां है उनमें से सब से बढ़कर है सकारात्मक सोच। दुनिया में दो तरह के लोगहोते है, एक वो जो मौका आने पर साथ छोड़ देते है, दूसरे वो जो साथ देने के लिए मौका ढूंढ लेते है। उत्तम से सर्वोत्तम वहीं हुआ है जिसने आलोचनाओं को सुना है और सहा है। Facebook Twitter Gmail LinkedIn