योग भारत की एक प्राचीन धरोहर है जिसे लंबे समय से विस्मृत किया गया परंतु वर्तमान परिवेश में एक बार फिर नूतन पीढ़ी योग के प्रति तेजी से आकर्षित हो रही है तथा योग घर-घर में किया जाने लगा है। योग को प्रचारित एवं प्रसारित करने में अनेक मनीषियों के अतिरिक्त कुछ युवा योग साधकों द्वारा भी अतुल्य योगदान दिया जा रहा है। ऐसे ही एक विशिष्ट योग साधक हैं मेरठ (Meerut) के एक छोटे से गाँव पांचली के रहने वाले श्री योगी अनुज कुमार जी (Mr. Anuj Kumar)। अत्यंत विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए श्री अनुज कुमार जी ने योग की ऐसी साधना की है कि जिस उपलब्धि को अर्जित करने में लंबी अवधि लगती है, आपने अत्यंत कम समय में ही वैश्विक सफलता प्राप्त कर ली है।
2 जुलाई 1994 को जन्मे नायाब योगी श्री अनुज कुमार जी ने अपने पूज्य गुरुदेव द्वारा दिए गए मंत्र “मालिक बनना है, नौकर नहीं” को गाँठ बाँध लिया तथा योग की शिक्षा प्राप्त कर साधना में लग गए जिससे धीरे-धीरे ख्यातिलब्ध हो गए। योगी जी कठिन योग क्रियाओं को करने में माहिर है जिसे देखकर सभी प्रेरित होने लगे, सभी के अनुरोध पर आपने अपने गाँव और आसपास के क्षेत्रों में भी निःशुल्क योग सिखाना आरम्भ कर दिया, एक दिन आपके मन में योग के द्वारा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का विचार आया। इंटरनेट पर रिसर्च करने के बाद आपने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) के कार्यालय से संपर्क किया, फिर स्वयं के लिए और स्वयं द्वारा प्रशिक्षित शिष्यों के रिकार्ड्स के लिए एप्लीकेशन प्रेषित करवाई।
11 अगस्त 2019 को श्री अनुज कुमार जी के गांव में ही योग महोत्सव (Yoga Festival) आयोजित किया गया, जिसमें कई विश्व रिकॉर्ड (World Records) बनाए जाने थे। इसके लिए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स के नेशनल हेड श्री आलोक कुमार जी बतौर जज (Records Management Judge) के रूप में पधारे। श्री अनुज कुमार योगी जी ने 1 घंटे में हजार से भी अधिक सूर्य नमस्कार करके सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। इसके बाद आपने सबसे अधिक समयावधि तक पद्म बकासन योग (Longest Performance of Padm bakasan Yoga) करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। आपने इस बेहद कठिन योग क्रिया को दो मिनट्स छब्बीस सेकंड तक लगातार किया था। योग महोत्सव के दौरान आपके अलावा श्री दीपक जी, अतुल जी, दक्ष चपराना जी, गौरी तोमर जी, मोहम्मद अनस जी, देव जी, गुड्डू जी, प्रतीक जी, हर्षित जी, कृश जी, रोहित जी, अंजली कुमार जी, महिपाल जी, निशा शर्मा जी, वरुण शर्मा जी, अर्जुन राणा जी, निखिल आर्यन जी आदि ने योग के विभिन्न पोज़ पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए, कार्यक्रम के दौरान अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
आज श्री अनुज कुमार योगी जी अनेक लोगों खासकर गरीब बच्चों को योग सिखाते हैं तथा आपको दूर-दूर तक से आमंत्रित किया जाता है। आपको अनेक अत्यंत प्रतिष्ठित सम्मानों से भी नवाजा जा चुका है एवं आज आपको मेरठ की शान के रूप में देखा जाता है। मात्र 3 वर्ष की आयु में पिताजी का साया सिर से उठ जाने के कारण बेहद ही गरीबी में पले बढ़े योगी जी, कई बार भूखे भी सोए परंतु आपने मेहनत करके अपने परिवार को मजबूत बनाया, आज भी अपनी तनख्वाह का 70 % गरीब बच्चो पर ही खर्च करते है आपका कहना है कि जो गरीबी के दिन उन्होंने देखे हैं वो उन बच्चो को न देखना पड़े। अनुज जी को, माँ पूजनीया श्रीमती बालेश्वरी देवी जी का आंचल उन्हें नित संबल देता है, जिसके कारण आप यह तक पहुंच पाए, आज आप युवाओ के बीच एक जीवंत आदर्श बन गए हैं। कोरोना काल में आपसे, लोगो की जो सहायता हो सकी आपने जरूर की साथ ही इस समय में बच्चों और बडों को और अधिक योग और प्राणायाम के लिए प्रेरित किया जिससे आपके गाँव में कोई भी कोरोना से प्रभावित नहीं हुआ यह अपने आपमें बहुत बड़ी उपलब्धि है। आज गाँव के सभी लोग आपको बहुत सम्मान की दृष्टी से देखते है।