किसी भी मनुष्य द्वारा हस्ताक्षर करते समय उसका चित्त एवं मनोवृति तथा प्रकृति के बीच एक अलौकिक नाता हो जाता है, भले ही वह अत्यल्प समय के लिए ही होता है, इसीलिए व्यक्ति द्वारा जो हस्ताक्षर किया जाता है उसमें उसके समस्त मनोभाव अंतरित हो जाते हैं। यह बात अलग है कि हस्ताक्षर क्या परिलिक्षित करते है उसे समझना सभी के लिए सहज – सरल नहीं होता है। अपनी कर्मठता एवं साधना के द्वारा नियति के बीच तादात्म्य स्थापित करने वाले कर्मयोगी विरले ही होते हैं जो व्यक्ति द्वारा किए गए हस्ताक्षर से उसके दैहिक, दैविक एवं भौतिक तापों का आकलन करने में समर्थ होते हैं।

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में रहने वाले ऐसे ही एक कर्मयोगी हैं दीपक राठौर (Deepak Rathaur) जी, जो हस्ताक्षर को पढ़ने की काबिलियत रखते हैं। स्नातक की शिक्षा पूर्ण करने के उपरांत कभी अपने पिता की छोटी सी पान की दुकान पर बैठने वाले दीपक राठौड़ जी ने आर्थिक दुश्वारियों के चलते समयानुसार विविध प्रकार के कार्य किए। परिस्थितियों ने फिर ऐसी करवट बदली कि आपका प्रभु आराधना, साधना एवं ज्योतिष के प्रति लगाव हुआ जो धीरे-धीरे बढ़ता चला गया। मनुष्य के हाथ की बनी लकीरों का बारीकी से अध्ययन करते हुए आपने देखा कि उनमें अनंत शक्ति होती हैं तथा जब व्यक्ति हस्ताक्षर करता है तो प्रकृति एवं मानवीय मस्तिष्क के बीच अद्भुत संबंध स्थापित हो जाता है, वह एक ऐसा नाता होता है कि उससे व्यक्ति के व्यक्तित्व को पूर्णतः समझा जा सकता है। उसकी शारीरिक, आर्थिक, मानसिक स्थिति को सफलतापूर्वक पूर्वानुमानित किया जा सकता है। दीपक जी इसी दिशा में शोध एवं निशांत साधना करने लगे और इस विधा पर आपकी पकड़ मजबूत होती चली गई। आपकी इस काबिलियत से जब लोग परिचित होने लगे तो सभी आकर अपनी समस्याओं को जानने की कोशिश करने लगे, ताकि उसका निवारण किया जा सके। जब सभी को आपके पास आने से प्रतिफल एवं सुकून मिलने लगा तो आने वाले लोगों की संख्या बढ़ने लगी। धीरे-धीरे आपकी ख्याति बढ़ती गई और हस्ताक्षर के ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों में आप की गणना होने लगी।

रेखाकृतियों को देवताओं की शक्ति के प्रतीक के रूप में मानने वाले दीपक जी समस्त ब्रह्मांड को रेखाकृतियों में परिलक्षित मानते हैं। अपनी इस साधना का दीपक जी ने लोगों के हितार्थ प्रयोग करना प्रारंभ किया देखते ही देखते भारी संख्या में लोग आने लगे और लाभान्वित होने लगे। वर्ष 2015 में स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों को किसी भी व्यक्ति के हस्ताक्षर के माध्यम से निर्धारण करने की अद्भुत क्षमता के लिए दीपक राठौर जी का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) में स्वर्णअक्षरों में दर्ज हुआ। देश की कई प्रसिद्ध एवं जानी-मानी हस्तियां भी आपकी आपके इस अद्भुत ज्ञान से लाभान्वित हो चुकी हैं। विश्व रिकॉर्डधारी बनने के बाद से दीपक जी अनवरत इस विद्या से लोगों को सही हस्ताक्षर करके अपने जीवन को सुखी बनाने के अभियान में लगे हुए हैं।