श्रीयुत यादवेंद्र सिंह संधू (Yadvendra Singh Sandhu) एक ऐसा नाम है, जिन्होंने अपने पूर्वजों की तर्ज पर चलते हुए देश के नौनिहालों को आजादी के नायकों से परिचित कराने, उनके संघर्ष एवं बलिदान को समझाने तथा आम जनमानस को उनसे प्रेरित करने के लिए विगत कई वर्षों से अनवरत प्रयासरत हैं । शहीदे आजम सरदार भगत सिंह के प्रपौत्र यादवेंद्र सिंह संधू जी शहीद भगत सिंह ब्रिगेड बनाकर लग गए हैं शहीदों की यादों को सहेजने में ।आप न केवल भगत सिंह जी की ही अपितु अन्य शहीदों की यादों को भी सहेजने का कार्य करते हैं।
सरदार श्री बाबर सिंह संधू एवं श्रीमती सुरेंद्र कौर के आंगन में 12 अक्टूबर 1983 को जन्मे इस सच्चे सपूत को देश प्रेम की सच्ची लगन खून से ही मिली है ।शहीद भगत सिंह ब्रिगेड के आप राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं तथा इसके माध्यम से शहीदों के ऊपर अनवरत कोई ना कोई कार्यक्रम करते रहते हैं, बिना किसी सरकारी मदद के ।इसी कड़ी में आपके मन में 16 शहीदों की प्रतिमाएं लगाए जाने का विचार आया, सभी साथियों ,परिचितों से चर्चा करके आपने अलग-अलग 16 शहीदों की प्रतिमाओं को अलग-अलग गांव में लगाए जाने का निर्णय किया. एक पुख्ता कार्यक्रम तैयार करने के उपरांत प्रतिमाओं को बनवाना लगाए जाने हेतु स्थान का निर्धारण करना आदि तय करके अगले कदम उठाने की तिथि तय की गई .इसे वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने हेतु गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के कार्यालय से भी संपर्क किया गया. अंततः वह दिन 23 मई 2018 आया जब शहीद भगत सिंह ब्रिगेड ने श्री यादवेंद्र सिंह संधू के नेतृत्व में सिरसा जिले के पंजुआना, रंधावा, रुपावास, बारासरी, कागडाना , मख्खोसरानी, साहावाला ,कंवरपुरा ,जोधकान , दिंग, फुल्का, भाविधि एवं भरोखा सहित 13 गांव में मात्र 16 घंटे के भीतर 16 शहीदों जिनमें सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु ,बटुकेश्वर दत्त ,सरदार उधम सिंह ,सुभाष चंद्र बोस ,मदन लाल धींगरा, बाबा तारा सिंह सहित कुल 16 शहीदों की प्रतिमाओं को लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराते हुए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में अपना नाम दर्ज करा कर एक अद्भुत विश्व कीर्तिमान स्थापित किया ।इसी प्रकार 10 अगस्त वर्ष 2018 में श्री यादवेंद्र सिंह संधू जी के नेतृत्व में एक साथ 20000 युवाओं ने जोश से लबरेज बसंती पगड़ी पहन कर एकत्रित होकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया।
इस पावन कार्यक्रम मे गवाह बनाने के लिए स्वयं हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री जी श्री मनोहर लाल खट्टर जी उपस्थित रहे ।श्री यादवेंद्र सिंह संधू के इस अप्रतिम योगदान को देखते हुए हरियाणा सरकार ने आपको युवा आयोग का अध्यक्ष भी बनाया है।