योग में तो एक से बढ़कर एक अभ्यास एवं क्रियाएं हैं जिन्हें करके शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है, यह जानते हुए भी सभी लोग योग को स्वस्थता की स्थिति में कम ही करते है। हां, जब अस्वस्थ हो जाते हैं तो अवश्य इसकी तरफ आकर्षित होते हैं। वर्तमान दौर का यह सुनहला पक्ष है कि आज का युवा वर्ग भी अपने को योग से जोड़ रहा है तथा योग को अपने जीवन शैली में समाहित कर रहा है। योग के क्षेत्र में एक क्रांति यह भी आई है कि आज इस दिशा में संत, महात्मा, योगी, ऋषि के अलावा युवा पीढ़ी आकर्षित हो रही है और आज यह रोजगारपरक क्षेत्र भी हो गया है। इसी युवा पीढ़ी का एक नया सितारा है, हरियाणा प्रांत के भिवानी निवासी श्री हर्षित मानव (Harshit Manav) जी। इन्होंने योग के क्षेत्र में असाधारण काम करते हुए अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया है।
बचपन से ही योग के प्रति झुकाव का स्वाभाविक माहौल घर में था, इसका कारण यह कि पिता डॉक्टर मदन मानव जी नेचुरोपैथी के चिकित्सक हैं और योग के क्षेत्र में साधनारत हैं। जब हर्षित जी की आयु लगभग 18 वर्ष की थी तब आप योग की तरफ गहनता से जुड़ गए तथा कठिन योगाभ्यास करने लगे। आगे चलकर आप योग की पढ़ाई भी करने लगे तथा इसी विषय से स्नातकोत्तर करना शुरू किया। योग के क्षेत्र में आपका नाम प्रसिद्ध होता गया और आपको विभिन्न कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाने लगा एवं विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर अक्सर आपके कार्यक्रम प्रसारित होने लगे। नौली क्रिया योग की कठिन विधाओं में से एक है इसे करने वालों की संख्या अधिक नहीं होती है, हर्षित जी ने नौली क्रिया करने का अभ्यास करना प्रारंभ किया धीरे-धीरे इसमें आपको महारत हासिल हो गई। कुछ समय पूर्व गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक महोदय का सूर्य नमस्कार का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था उसे बनाए जाने में आपके पिता डॉ मदन मानव जी का काफी मार्गदर्शन एवं सहयोग था, इसके कारण एक कार्यक्रम के दौरान आपकी मुलाकात गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (GBWR) के हेड डॉक्टर मनीष बिश्नोई जी से हुई थी, हर्षित मानव ने स्वयं भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का फैसला किया। इसके लिए आपने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) के कार्यालय से संपर्क करने के उपरांत आवश्यक कार्यवाही करना आरंभ किया एवं 8 मार्च 2018 को 1 मिनट में 61 बार नौलिक्रिया करके अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्वर्णाक्षरों में अंकित कराया। योग विधा के इस नायाब सितारे ने चीन की महान दीवाल पर भी योग कराने का कारनामा प्रदर्शित किया है।
हर्षित जी की असाधारण उपलब्धि के उपरांत अनेक शख्सियतों एवं संस्थाओं द्वारा आपको सम्मानित किया गया है। आपके ख्याति के चलते ही अनेक प्रसिद्ध व्यक्तियों ने जैसे भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे श्री सुरेश प्रभु जी सहित अन्य अनेक गणमान्य लोगों ने अपने योग प्रशिक्षक के रूप में आपकी सेवाएं ली। अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों में आपको आमंत्रित किया जाता रहता है। विभिन्न सरकारों की तरफ से लोगों को योग के प्रति जागरूक करने के लिए आपको नामित किया जाता रहता है। हर्षित जी का सपना है कि योग को घरों की चारदीवारी से निकालकर इसके वैज्ञानिक पहलुओं को समाज में विज्ञान की विधा के रूप में प्रस्तुत किया जाए तथा अंतरराष्ट्रीय पटल पर सर्वस्वीकार्य एवं सहज-सरल बनाया जाए।