” जननी जण तो़ भग़त जण़जे, का दातार अने का़ सुर,
   नहितर रहेजे वांजनी, मां तारु मत गुमाविश नुर. “

इंसान ओर उसकी क़ाबिलियत की परख तभी होती है जब उनकी प्रतिकूल परिस्थितियो से सामना होता है । अपने लक्ष्य तक पहूचने के लिये उसके पास कोई सुगम मार्ग़ नहीं होता । आज के इस ख़ास पेशकश में हम एक ऐसे शख़्स की बात करते हैं  जो कि आज भी मोके का इंतज़ार नहीं करते खुद मौका बनाते हैं । ओर सभी को कहते भी हैं कि अगर आप सोच लें तो कूछ भी कर सकते हो ज़रूरत है तो बस आत्मविश्वास की। मानव सभ्यता के इतिहास में कोरोना जैसी आपदा संभवतः  विरलतम आपदाओं में से एक है । इसने जनजीवन को बहुआयामी तरह से प्रभावित किया है । एक तरफ व्यक्ति अपनी जान बचाने की जुगत में रहा तो दूसरी तरफ खाने – कमाने वाला विशाल समुदाय अपनी दिनोदिन की आवश्यकताओं के बोझ से ऐसा दब गया कि दो जून की रोटी मिलना मुश्किल हो गया। जीवन के लिए सर्वाधिक जरूरी जल तक का मिलना दुश्वार हो गया । ऐसे कोरोना आपदा में फरिश्ते की तरह सामने आते हैं श्री मयुरभाई जमोड जी । बोटाद ज़िल्ला पोलीस सामाजिक संस्था “ सेवा यज्ञ “ में 77 रसोइ वितरण करती ओर 32 जीवन ज़रूरी चिज को बाटने वालि ऐनजीओ, 1045 लोगो की टीम, 16 लोगो की मुख्य टीम, पुलिस डिपार्टमेंट, मीडिया, सहयोगी टीम, आइ.ई.सीं टीम, संकलन टीम आदि के साथ आप स्वयंम् सेवक बने । सभी के साथ मिलकर 1845796 लोगों को भोजन एवं पानी ओर अन्य जीवन ज़रूरी चीज की व्यवस्था कराई। इसमें आपने बड़ी संख्या में लोगों को, स्वयंम्सेवी संस्थाओं को अपने साथ जोड़ा इस दौरान आपने लोगों को प्रेरित करना, विभिन्न समस्यायों का समाधान, मास्टर प्लानिंग, व्यवस्था, मेनेजमेन्ट, डाटा मेनेजमेन्ट, गाइडेंस, बेस्ट कनेक्टिविटी, कोर्डिनेशन करना सहित अनेक प्रकार से कार्य करते हुए कोरोना की आपदा के दौरान भोजन पानी के अलावा दाताओ की ओर से दिये मास्क, साबुन, सेनेटाइजर, हैंड ग्लोब्स, पी पी ई किट, पाउडर, शैंपू आदि का भी बड़े पैमाने पर वितरण कि व्यवस्था CORONA WARRIOR बनकर किया । मानव सेवा के अतिरिक्त पशु पक्षियों की सेवा में भी आप सतत प्रतिबद्ध रहते हैं । आज आपकी गिनती जीते जागते देवदूत के रूप में की जाती है । आपने इस पुनीत मानव सेवा रूपी महायज्ञ को आहूत कर के सेवा भावना की मिसाल कायम की है।

“ आपके विश्वास में ही आपका विश्व है, सख्त मेहनत ही सफलता की चाभी है । “ ऐसा कहने वाले Every Time Positive Thinking And Master Mind, बेस्ट कोर्डिनेटर एंड मोटिवेशन हड़दड, बोटाद, गुजरात में श्रीयुत शांतिलाल पोपटभाई जमोड जी की जीवनसंगिनी पूज्यनीय श्रीमती सविताबेन शांतिलाल जमोड जी की गोद में 25 सितंबर 1986 को जन्मे श्री मयुरभाई जमोड जी को सेवा भावना का ककहरा माता पिता ने उंगली पकड़कर चलने के समय ही सिखा दिया था । आपके माता-पिता कई दशकों से मानवीयता के बगीचे को अपनी साधना से अभिसिंचित कर पुष्पित पल्लवित कर रहे हैं ।  आप  श्री भागीरथी उतर बुनियादी विद्यालय में पढ़ाई के दोरान ही सेवा करने के लिये प्रेरित हूये । राष्ट्र सेवा हेतु पूज्य गुरुजन द्वारा भी खूब प्रेरित  किया जाता था जो आगे चलकर और भी प्रबल होता गया । बोटाद स्थित स्वामीजीं भजनानंद जी के आश्रम के पूज्य गुरुदेव श्री आत्मानन्द सरस्वतीजी का आशीष आपको राष्ट्र सेवा के लीये नित संबल प्रदान करता है । श्रीयुत मयुरभाइ जमोडजी की मध्यम परिवार से होने कि वजह से आर्थीक स्थिती ठीक नहीं थी । इसीलिए सातवी तक सरकारी स्कूल में, माध्यमिक ओर उच्चतर माध्यमिक उत्तरबूनियादि में अध्ययन कीया । डॉक्टर बनने का सपना था लेकिन 12 Science में फैल होने कि वजह से पढ़ाई छोड दी । ओर फिर पढ़ाईं शुरू करने के बाद उन्होंने  कभी भी अपनी पढ़ाईं घर पर बेठकर नहीं की । अपने फ़िज के पैसे इकठा करने हेतु वे अपनी पढ़ाईं के साथ साथ नोकरी भी करते थे । इंजीनियरिंग की पढ़ाई की तदुपरांत आपने एक -एक कर के  एम सी ए (MCA), पी जी डी सी ए (PGDCA), बी.ऐ (B.A), ADCSE, ADCTT, CIC, ADCA, DCA, SCOPE, COPA सहित एक दर्जन से अधिक डिग्रियां कैंब्रिज विश्वविद्यालय सहित अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों से अर्जित की ओर अब अपने क्षेत्र में डॉक्टर बने। आपने छोटें – मोटी अनेक कार्य किए। वर्ष 2004 में एक नौकरी की जिसमें छः महीने बिना वेतन के ही कार्य किया बाद में जो पहला वेतन आपको मिला वह मात्र दो सौ साठ रुपए था। पॉच वर्ष तक आपने केवल दो हजार पांच सौ रुपए प्रतिमाह की नौकरी पर बच्चों को कम्प्यूटर पढ़ाया ओर अकाउंट मेंटेनेंस, मार्केटिंग, सेल्समैन, न्युज पेपर बाटने की नैकरी भी की । तत्पश्चात आगे चलकर आपने बजाय कोई बड़ी नौकरी करने के छात्रों को कम्प्यूटर क्लास लेकर पढ़ाना शुरू किया । वर्ष 11/11/2011 में आपने अपनी मास्टर कम्प्यूटर क्लासेस एक किराए के कमरे में शुरू की एवम् धीरे-धीरे प्रख्यात हो गए । आपके पास अध्ययन के क्षेत्र में 18 वर्ष से अधिक का अनुभव है । मयुरभाई जमोडजी बहु मुखी प्रतिभा के धनी हे । पढ़ाई के साथ नोकरी ओर सामाजिक क़ार्य भी करते हैं । कम्प्यूटर क्लास से लेकर स्कूल, कोलेज़ो में ओर कंपीटिशन इग्ज़ाम के क्लास में भी विज़िटिंग फ़ेकल्टी बनकर लेक्चर लेते हैं । स्टूडेंटस को माइन्ड पावर, टेलेंटेड, निडर, साहसी, इनपावर बढ़ाना, पर्सनालिटी डेवलपमेंट जैसी कई सारी बाते शिखाते हे । मास्टर कम्प्यूटर क्लास नामक संस्था के निर्देशक के रूप में आज आपकी गिनती बेहतरीन शख्सियत के रूप में की जाती है।

इसके अतिरिक्त आप सामाजिक कार्यों से भी सदैव जुड़े रहते हैं । शुरुआती समय में ही आपनी आय का दसवां हिस्सा सामाजिक कार्यों पर खर्च करते थे । समाज सेवा हेतु आपका उत्साह वर्धन स्कूल के दिनों में ही हुआ । आपने सामाजिक कार्यों की शुरुआत वर्ष 2006 में रक्तदान से की । इस प्रकार आप विगत 14 वर्षों से समाज सेवा में सतत जुड़े हैं । इस दौरान आपने सामाजिक कार्य हेतु 3000 से भी अधिक मीटिंग की हैं। समय- समय पर आपको विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा अत्यंत गरिमामय पदों पर आसीन किया गया, जैसे 2013 में श्री मान्धाता ग्रुप बोटाद का चेयरमैन का पद हो, समस्त कोली समाज बोटाद के चेयरमैन का पद हो, या युवा वाइस चैरमेन अखिल भारतीय कोलि समाज गुजरात न्यू दिल्ली हो । इस तरह के अन्य अनेक संस्थाओं के पद पे आप असीन रहें । आपकी इस साधना में परम श्रद्धेय प्रदीप कुमार जी ने बढ़-चढ़कर भूमिका निभाई । आप दोनों की अथक मेहनत ने वैश्विक कीर्तिमान हासिल किया । आप दोनों द्वारा इतनी अधिक संख्या में लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था कराई गई जो अपने आप में विशिष्ट थी इस उपलब्धि को वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने हेतु आप द्वारा विश्व विख्यात संस्था गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book Of World Records) में आवेदन किया गया। 22 मार्च 2020 से 24 जून 2020 तक 7675 पैकेज पानी की बोतलो को आमजन को उपलब्ध कराने के लीये आप दोनों के कार्य को लार्जेस्ट डिसट्रीब्यूशन ओफ पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर बॉटल्स(Largest Distribution Of Packed Water Bottles) के नाम से वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ । इसके अतिरिक्त आप खुद का 14 मार्च 2020 से 31 अक्टूबर 2020 तक 560 मीटिंग, 851607 सेकन्ड फोन वार्ता, 992 एस एम् एस (SMS)और 100981 व्हाट्सएप कम्युनिकेशन करके आपने अनवरत 232 दिनों तक कार्य करके लार्जेस्ट सोश्यल कम्युनिकेशन फोर फिलोंथरोपी डुरिंग कोविड पेंडेमिक (Largest Social Communication For Philanthropy During Covid Pandemic) नाम से भी रिकॉर्ड दर्ज कराया गया । आपको अनेक अवार्ड मसलन अखिल भारतीय कोली समाज सूरत, मेनिया परिवार समूह गुजरात, कल हमारा युवा संगठन गुजरात , सेवा रतन सम्मान, कोरोना वोरीयर सम्मान सहित सैकड़ों सम्मानों से विभूषित किया गया है । वर्ष 2021 में एजुकेशन एवम् सामाजिक कार्यों में अप्रतिम योगदान देने हेतु एक्सीलेंट अवॉर्ड से विभूषित किया गया है । इसके अलावा बेस्ट टीचर अवॉर्ड, यूथ आइकॉन अवार्ड, डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम सेवा सम्मान, बेस्ट लीडरशिप अवार्ड, महात्मा गांधी इंटर नेशनल अवार्ड, एक्सीलेन्स अवॉर्ड, अतुल्य भारतीय गौरव अवोर्ड, राष्ट्रीय रतन अवोर्ड, इंटर्नैशनल यूथ आइकॉन अवोर्ड, समाज रतन अवोर्ड, सन्मान पुष्प अवोर्ड, समाज गौरव अवोर्ड, स्वामी विवेकानंद सेवा सम्मान से आपको अलंकृत किया गया है । रमत-गमत क्षेत्र में आपने नाइट टूर्नामेंट भडली, तरघरा, भीमड़ाद ओर दिन टूर्नामेंट ढसा वीज़य होकर कीर्तिमान हासिल किया । आप ओर आपकी टीम ने मेगा रक्तदान केम्प (1111 Blood Bottles ), बिग कलिनिग कैम्पेन , बेल कम फ़ंक्शन इंटरनेशनल बुधिस्त डेलीगेशन, श्रधांजलि रक्त दान केम्प, डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम – महात्मा गांधी जयंती – विश्व वंदनीय अक्सरवासी परम पूज्य प्रमुख स्वामी को , फ़्लूडेड़ ऐरिया अमरेलि – साबरकान्ठा – बनासकान्ठा लोगों की मदद की, श्री मांधाताजी की यात्रा (Years 2013-2016), व्यसन मुक्ति , स्टूडन्टस गाइड़ेंस , शहीदो को श्रधांजलि , स्टूडन्टस सन्मान जेसे कई सारे फ़ंकशन किए । आपने ये सभी कार्य ओर अवार्ड फ़ेमिलि, टीम, ऑफिस स्टाफ़ , Lovely बेटी ANGEL को अर्पित किये । आज आप युवाओं सहित समाज में प्रेरणा स्तंभ के रूप में देखे जाने लगे हैं।