भारत में गीत एवं संगीत का अपना ही महत्व है। हिंदी गानों के अलावा विभिन्न भाषाओं जैसे भोजपुरी, हरियाणवी, पंजाबी, गुजराती आदि गीतों को लोग बहुत पसंद करते है। भोजपुरी गीतों का अपना एक लंबा इतिहास है एवं आज भी कई भोजपुरी गायक (Bhojpuri singers) देश-विदेश में विख्यात है। भोजपुरी गायकों में संजू सिंह जी (Ms. Sanju Singh) एक विशिष्ट स्थान रखती हैं।
संजू सिंह जी की दादी जी बेहतरीन गायिका थीं, इसका आप पर जबरदस्त असर हुआ और बचपन से ही विविध प्रकार के लोकगीतों (folk songs) को आप गाने लगीं। आपकी दादी जी ही आपकी गुरु थीं तथा रेडियो पर गीतों को सुन-सुनकर आप गायन सीखने एवं गाने भी लगीं। बिहार स्थित बक्सर, राजपुर ग्राम के निवासी श्री राजाधारी सिंह जी की जीवन संगिनी श्रीमती सूर्या देवी जी की गोद में 2 फरवरी 1978 को संजू सिंह जी का जन्म हुआ। आपकी आयु अभी 18 वर्ष ही रही होगी कि माता- पिता ने बेटी के शादी के सपने बुन लिए एवं उसे क्रियान्वयन भी करने का कार्यक्रम तय कर दिया। उत्तर प्रदेश में होमगार्ड विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर सेवारत श्री बिनोद कुमार सिंह जी (Inspector, Mr. Binod Kumar Singh) को ईश्वर ने आपके जीवनसाथी के रूप में चुना। पुलिस की वर्दी में एक जीवंत देवदूत के रूप में कार्य करने वाले तथा सैकड़ों लोगों की प्राण रक्षा कर मिसाल प्रस्तुत करने वाले श्री बिनोद कुमार सिंह जी ने पढ़ाई को वरीयता देते हुए उस दिशा में आपको अग्रसर किया तथा सुर-साधना को नित्य प्रोत्साहित किया। कहते हैं जोड़ियां ऊपर वाला बनाता है संजू सिंह जी एवं बिनोद कुमार सिंह जी पर यह सौ फ़ीसदी सच साबित होता है।
विवाह उपरांत पतिदेव के अहर्निश सहयोग के चलते संजू सिंह जी ने अपनी पढ़ाई एवं गायन की साधना को जारी रखा। आपने पढ़ाई कर उच्च शिक्षा प्राप्त की तथा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित सोहन लाल इंटर कॉलेज में शिक्षिका के रूप में नियुक्त हो गई। आपने अपने अध्यापन के पेशे के साथ ही भोजपुरी गीत (Bhojpuri songs) गायन को भी जारी रखा तथा पहली बार वाराणसी में प्रतिष्ठित मंच पर प्रख्यात गायक श्री मनोज तिवारी जी के समक्ष गायन का शुभ अवसर प्राप्त किया। आपकी खूबी से सभी अत्यंत प्रभावित हुए यहीं से आपके हौसलों को पंख लग गए फिर आपने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
इन जादुई स्वर मल्लिका के गुणों को पहचानते हुए दिनों-दिन विविध कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाने लगा। संजू सिंह जी के गुणों में निखार आता गया एवं आप भोजपुरी लोकगीतों को अपने गायन का आधार बनाते हुए तेजी से प्रसिद्ध होने लगी। अब आपको देश के विभिन्न प्रतिष्ठित कार्यक्रमों, आकाशवाणी, दूरदर्शन आदि पर आमंत्रित किया जाने लगा तथा आपके भोजपुरी लोक गायन की महक चारों ओर प्रसारित होने लगी। ‘उठो लाल अब आंखें खोलो बर्तन माजो कपड़े धोलो’ एवं आपके द्वारा गाया गया लोक गीत ‘मर्द चालीसा/पति चालीसा’ (mard chaalisa/ pati chaalisa) को लॉकडाउन के दौरान 23 करोड़ लोगों ने सुना। विभिन्न सोशल साइटों पर वीडियो बनाया गया यह गीत नेशनल चैनल पर लगातार दो सप्ताह तक टॉप वायरल वीडियो (Top viral video) में नंबर वन (Number 1) बना रहा। देश का कोई संगीत समारोह अथवा कार्यक्रम नहीं है जिसमें आपकी सुमधुर स्वर लहरियों से श्रोता मंत्रमुग्ध न होते हों। आपके पतिदेव श्री बिनोद कुमार सिंह जी द्वारा लिखित एवं आपके द्वारा गाया गया भारत गौरव गाथा गीत “कोरोना ना जाने अब का-का कराई अमेरिका जैसे देश मांगे भारत से दवाई” काफी लोकप्रिय हुआ। इसे सूचना विभाग द्वारा गया भी सराहा गया। बेटियों का दर्द एवं तथागत गौतम बुद्ध जी पर श्री बिनोद कुमार सिंह जी द्वारा लिखित एवं श्रीमती मंजू सिंह जी द्वारा गाया गया गीत बहुत लोकप्रिय हुआ है। चाहे लखनऊ महोत्सव, गोरखपुर महोत्सव, रामायण मेला अयोध्या हो अथवा विश्व प्रसिद्ध सारनाथ महोत्सव, मकर संक्रांति महोत्सव जैसे अनेक प्रतिष्ठित कार्यक्रमों में आपको आमंत्रित किया जाता है। आपने प्रत्येक जगह अपने भोजपुरी गायन की पताका को बखूबी के साथ लहराने का कार्य किया है। आपने नमामि गंगे की जागृति यात्रा के शुभारंभ के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष मंच से गंगा सफाई अभियान पर स्वरचित गीत प्रस्तुत किया इसे काफी सराहा गया। 24 फरवरी 2019 को जिस दिन यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का दिव्य कुंभ आगमन हुआ था उस अक्षयवट मंच से संजू सिंह जी के कार्यक्रम की शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई थी जो अब तक का सबसे यादगार लम्हा है।
संजू सिंह जी ने देश, संस्कृती के मूल में रची-बसी भोजपुरी लोक-गायन की कला को न केवल अपने गायन का आधार बनाया है अपितु इसे समुन्नत बनाने की दिशा में पूर्ण समर्पण भाव से प्रयासरत हैं। आपकी खासियत को देखते हुए विभिन्न प्रतिष्ठित सम्मानों से आपको सम्मानित किया गया है। आपके कई एल्बम भी बने हैं जो बेहद चर्चित हैं जिनमें से मैया शेरावाली एल्बम एंगल म्यूजिक ग्रुप द्वारा, शुभ विवाह नामक एलबम ऑडियो वेब कंपनी द्वारा, दौरा सजा ली नामक एल्बम ऑडियो एवं वीडियो एंगल म्यूजिक कंपनी द्वारा, सैया मोर सिपहिया नामक एल्बम ऑडियो वेब कंपनी द्वारा, दर्शन माई नाम का एल्बम ऑडियो वेब कंपनी, तथा नैना लागे रे नामक एल्बम आडियो एवं वीडियो म्यूजिक कंपनी द्वारा, आजा नचले नवराते नाम का लोकप्रिय एल्बम टी सीरीज नामक प्रसिद्ध कम्पनी द्वारा और कनवा के बाली नामक एल्बम ऑडियो नाइस कंपनी द्वारा निर्मित किया गया है।