दुर्ग में जन्मे आर एस एस में अपना जीवन बिताएं पिता के पुत्र, श्री नरेंद्र यादव (Gajendra Yadav) जी को जब छत्तीसगढ़ प्रांत का भारत स्काउट एवं गाइड का कमिश्नर नियुक्त किया गया तो आपके मन में पूर्व से ही संस्कार में मिली सेवा भाव की लहरें हिलोरें मारने लगी। छात्र जीवन में ही स्काउट एवं गाइड के प्रति काफी लगाव था तथा पूर्व में अपने पार्षद के कार्यकाल के दौरान विविध प्रकार के कार्यक्रमों द्वारा लोगों की मदद करने से अत्यंत संतुष्टि प्राप्त होती है तथा सभी आपसे प्रसन्न रहते हैं।
आप वर्ष 1999 से ही दुर्ग जिले में स्काउटिंग से जुड़े रहे हैं । इस गरिमामय पद पर आसीन होने पर यह तय किया कि कुछ खास कार्य किए जाएं ताकि उन्हें स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाए। ऐसा अवसर आपके समक्ष आया भी, जब आपने पहली बार एक कार्यक्रम का आयोजन किया तो प्रारंभ में असमंजस की स्थिति में थे इतनी बड़ी संख्या में आने वालों की व्यवस्था कैसे होगी, कार्यक्रम सफल होगा कि नहीं। लेकिन जब उस कार्यक्रम में 10600 बच्चे सम्मिलित हुए एवं वह खूब सफल भी रहा तो आपका उत्साह बढ़ गया। आखिरकार वह समय आया जिसमें आप के निर्देशन में आयोजित हुए कार्यक्रम में पूरे देश में ख्याति अर्जित की तथा उसमें वार्ल्फ रिकॉर्ड भी बने। छत्तीसगढ़ प्रांत के राजनांदगांव में वर्ष 2017 में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाना तय हुआ। इसमें प्रतिभाग करने हेतु देश-विदेश से कलाकारों को आमंत्रित किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री, देश के अनेक कैबिनेट मंत्रियों ने भी इसमें प्रतिभाग दिया। आपके नेतृत्व में ऐसी मुकम्मल व्यवस्था की गई छत्तीसगढ़ की प्रतिभा एवं लोक कला ने पूरे देश में अपनी छाप छोड़ दी। कार्यक्रम में हाथ मिलाने का आयोजन किया गया जो गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में दर्ज होकर विश्व कीर्तिमान बनाया। इसी दौरान कर्मा लोक नृत्य की प्रस्तुति की गई जिसमें 22345 स्कूली बच्चों ने प्रतिभाग कर यह अदभुत कारनामा किया तथा 30 दिसंबर 2017 को यह कार्यक्रम गोल्डन रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।