एक से बढ़कर एक फर्राटा भरने वाली कार हो, समान लादकर चलने वाली विशालकाय ट्रक हो अथवा विविध प्रकार की अन्य सवारी गाड़ियां, कर्नाटक प्रांत के मैसूर की निवासी फौलादी दिलवाली शेरनी रिफा तस्कीन (Rifa Taskeen) ने अलग-अलग 16 प्रकार के वाहनों को मात्र 7 वर्ष की आयु में चलाने का असाधारण कार्य करते हुए अपना नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (GBWR) में स्वर्णाक्षरों में दर्ज करवाया।

19 जुलाई 2010 को जनाब सैयद ताजुद्दीन एवं बेगम बीबी फातिमा के आंगन में जन्मी नन्हीं शहजादी रिफा जब बमुश्किल 7 माह की थी तभी से पिता के साथ कार की सीट पर बैठकर ड्राइविंग का हुनर सीखने लगी और 3 साल की उम्र होते-होते वह गाड़ी भी चलाने लगी। भांति-भांति की गाड़ियों को चलाकर रिफा धीरे-धीरे ड्राइविंग में माहिर होने लगी तो पिता ताजुद्दीन, जो स्वयं अपने समय में रेसिंग किया करते थे एवं अनेक नेशनल लेवल के कंपटीशन भी जीत चुके हैं तथा फिल्मों में स्टंटमैन व डांसर भी रहे हैं उनका सपना था कि उनकी लाडली बेटी ड्राइविंग अथवा फॉर्मूला वन रेसिंग क्षेत्र में बड़ा कार्य कर देश का नाम रोशन करें।

अंततः वह समय आया वर्ष 2017 में जब गोल्डन बुक आफ रिकॉर्ड्स की टीम के समक्ष रीफा का असाधारण प्रदर्शन होना तय हुआ। अपार भीड़ तथा सेंट जोसेफ स्कूल के सभी टीचर, बच्चे एवं अनेक गणमान्य अतिथि सभी के मन में एक ही सवाल था कि यह छोटी सी गुड़िया कैसे इतने विशालकाय वाहन चलाएगी? क्या सफल होगी? सभी की धड़कने तेज हो गई जब नन्हीं रिफा ने बड़े-बड़े वाहनों को एक के बाद एक चलाना शुरु किया और अंततः 16 विभिन्न प्रकार के वाहनों को चलाकर गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में नाम दर्ज करा कर पूरे मैसूर एवं कर्नाटक प्रांत का नाम संपूर्ण विश्व में रोशन कर दिया। इस समय कक्षा 5 में पढ़ रही रिफा अभी भी अपने इस कार्य में काफी मेहनत करती हैं तथा उसका सपना है कि भविष्य में लड़ाकू पायलट बन देश की सेवा करे।