नई दिल्ली स्थित पुलिस म्यूजियम को देखने के उपरांत, इसके उद्घाटन के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी भाव विह्वल हो गए। दरअसल कुछ समय पूर्व भारत सरकार को एक बेहतरीन पुलिस म्यूजियम बनाने का विचार आया। सरकार इसे काफी उच्च स्तरीय गुणवत्ता पूर्ण तरीके से बनवाना चाहती थी ।भारत सरकार का गृह मंत्रालय इसे विशिष्ट स्वरूप प्रदान करने के लिए विचार मग्न हो बेहतरीन शिल्पकार की खोज में प्रयासरत था। कार्य काफी विराट था, विशिष्ट होने के नाते बेहतरीन योग्यता के साथ किया भी जाना था, ताकि पुलिस की यादों को अनंत काल तक संजोए रखा जा सके ।इस काम को किए जाने की जिम्मेदारी दिए जाने की जब बात आई तो एक ही नाम सभी के मन में सर्वसम्मति से कौंधा था और वह नाम था अद्वैत गड़ नायक ।आपने इसे बहुत बड़ी चुनौती के रूप में लिया और अखंड तपस्या करके शिल्प के नायाब नमूने के रूप में पूर्ण करके देश को सौंपा । नेशनल गैलरी आफ मॉडर्न आर्ट नई दिल्ली में महानिदेशक के पद पर सेवारत अद्वैत गड़नायक विश्व के उन चुनिंदा शिल्पकारों में गिने जाते हैं, जिनके हाथ से तराशे गए पत्थर लगता है कि वह बोल पड़ेंगे। उड़ीसा प्रांत के रहने वाले श्री अद्वैत गड़नायक (Adwait Gadnayak) जी ने उड़ीसा के प्रसिद्ध कालेज बीके कॉलेज आफ आर्ट में दाखिला लिया और वहां से वर्ष 1989 में स्कल्पचर यानी मूर्तिकारी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। स्कल्पचर से स्नातकोत्तर अर्थात एम एफ ए की डिग्री आप ने दिल्ली स्थित संस्थान कॉलेज आफ आर्ट से वर्ष 1992 में प्राप्त की। यहां तक पहुंचते-पहुंचते आप की कलात्मकता जादुई पन की स्थिति में आ गई। आपने स्कल्पचर से पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री लंदन स्थित संस्था स्लेड स्कूल आफ फाइन आर्ट से प्राप्त करने का विचार किया और वर्ष 1995 इस उपाधि को भी प्राप्त किया। वर्ष 1991 में दिल्ली विश्वविद्यालय ने आपको अपनी स्कालरशिप प्रदान की। 1994 में आपको ब्रिटिश काउंसिल की प्रतिष्ठित कामनवेल्थ से फेलोशिप प्राप्त हुई। वैसे तो आपको वर्ष 1989 में ही ललित कला अकादमी उड़ीसा द्वारा राज्य स्तरीय अवार्ड प्रदान किया जा चुका था, लेकिन वर्ष 1993 में नेशनल ललित कला अकादमी द्वारा अत्यंत प्रतिष्ठित अवार्ड नेशनल अवार्ड प्रदान किया गया ।1996 में अत्यंत प्रतिष्ठित स्कॉटिश इंटरनेशनल अवार्ड आपको प्रदान किए जाने का फैसला हुआ ।आप समय-समय पर विभिन्न पदों पर आसीन रहे हैं ।आपकी विशिष्ट खासियत को देखते हुए के आईआईटी स्कूल आफ उड़ीसा, केआईआईटी यूनिवर्सिटी भुवनेश्वर उड़ीसा का निदेशक नियुक्त किया गया ।आपके महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट हैं मेडिटेशन एट थ्री व्हील लंदन,हुए माई टेंपल ललित कला अकादमी दिल्ली, फाइव एलिमेंट्स ,नेताजी सुभाष चंद्र तकनीकी संस्थान,नेचर ,यूनाइटेड किंगडम ,मां चंडीगढ़ , दांडी मार्च दिल्ली, पावर एंड मिसाइल दिल्ली, भगवत गीता लंदन आदि।लंदन स्थित ब्रिस्टल कॉलेज में अतिथि प्रवक्ता के अतिरिक्त, अन्य अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं से भी आप जुड़े हैं।