क्रिकेट खेलने वाले शख्श जो राज्य स्तर का जाना-माना नाम हों, वह जब गणित की ओर अपना मुख मोंडे एवं सफलता के ऐसे परचम फहराए कि वैश्विक उपलब्धि हाँसिल हो तो आश्चर्य लगना स्वाभाविक है क्योंकि क्रिकेट यानी खेल एवं गणित यानी गंभीर अध्ययन एक साथ कोई व्यक्ति नहीं कर पाता है। या तो पढ़नेवाले को खेलना छोड़ना पड़ता है या खेलनेवाले को पढ़ना, किंतु बिहार राज्य के पटना निवासी श्री किसलय शर्मा ऐसे ही व्यक्तित्व के मालिक हैं जिन्होंने गणित के क्षेत्र में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GBWR) में अपना वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराके यह दिखाया है कि प्रख्यात गणितज्ञ श्री वशिष्ठ नारायण जी की जन्मस्थली पटना, सदैव मेधा को उत्पन्न करने में अग्रणी रही है और उसी कड़ी में किसलय शर्मा (Kishlay Sharma) जी जैसे होनहार का नाम आता है।
बचपन से ही पढ़ाई के दौरान गणितीय फॉर्मूलों को एकत्रित कर सूचीबद्ध करने की आदत जो किसलय जी की पड़ी थी वह आगे भी जारी रही तथा उसी शौक ने उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर पहुँचा दिया। एक समय था जब किसलय शर्मा जी की गणना बिहार के होनहार क्रिकेटर के रूप में की जाती थी एवं सभी को यह उम्मीद थी कि भविष्य में वह बड़े खिलाड़ी के रूप में राज्य का नाम रोशन करेंगे परंतु दुर्भाग्यवश टीम की मान्यता समाप्त हो जाने से इस होनहार के क्रिकेट का भविष्य भी अंधकार की गर्त में चला गया परंतु बचपन से ही कुशाग्र मेधा के मालिक किसलय जी ने हार नही मानी तथा गणित की पढ़ाई में तल्लीन हो गए। चूँकि पिता डॉ विद्याभूषण शर्मा जी भौतिक शास्त्र के अध्यापक हैं फलतः गणित की तरफ बेटे के रुझान में उनका भी भरपूर सहयोग मिला। क्रिकेट से दिशा मुड़ चुकी थी इसलिए किसलय जी ने पूरी ऊर्जा गणित में लगा दी। गणित विषय से ही स्नातक तथा स्नातकोत्तर करने वाले किसलय जी को वर्ष 2015 में फेलोशिप पर न्यूयॉर्क में पढ़ने का भी मौका मिला जो अपने आप मे एक बड़ी उपलब्धि रही। बचपन से ही गणित के फॉर्मूलों को एकत्रित कर सूचीबद्ध करने की जो प्रक्रिया चल रही थी उसकी गति और भी तेज हो गई। एक दिन किसलय जी के द्वारा एकत्र फॉर्मूलों कि संख्या देखरहे मित्र ने कहा कि इतने फार्मूले तो दुनिया में किसी के पास नहीं होंगे मुझे तो लगता है कि यह तो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इस बात ने प्रेरणा दी कि इतनी अधिक संख्या में एकत्रित एवं सूचीबद्ध किए गए गणितीय फॉर्मूलों का क्यों न विश्व रिकॉर्ड में सचमुच दर्ज करवाने का प्रयास किया जाए। इस हेतु आपने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के ऑफिस से संपर्क किया तथा समस्त औपचारिकताएं पूर्ण करके वर्ल्ड रिकॉर्ड हेतु आवेदन किया। आपके द्वारा किया गया यह कार्य असाधारण तथा एकलौता था फलतः सर्वाधिक 2056 फॉर्मूलों को एकत्रित कर सूचीबद्ध करने के लिए 17 सितंबर,2019 को आपका नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) में दर्ज हो गया।
आपकी इस सफलता पर समस्त पटना में खुशी की लहर दौड़ गई तथा अनेक बड़ी बड़ी शख्शियतों द्वारा अनेक बड़े सम्मानो से आपको नवाजा गया एवं खूब सराहना मिली। अपनी इस उपलब्धि से उत्साहित होकर किसलय जी अब नए ऊर्जा एवं गति के साथ और गणितीय फॉर्मूलों को सूचीबद्ध करने में लगे हुए हैं तथा आशा है कि 25 फरवरी 1991 को श्रीमती नीलम शर्मा जी की गोद मे जन्मे यह कोहीनूर शीघ्र ही स्वयं के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर बिहार राज्य एवं पटना शहर की ख्याति में और चार चांद लगाएगें।