स्क्रीन पर त्वरित गति से ग्यारह,ग्यारह डिजिट के अंक आ रहे हैं और उनका गुणा क्या होगा, उनका भाग क्या होगा, जितना समय प्रश्न लिखने में लगता है उससे भी कम समय में उत्तर हाजिर,. एक प्रश्न, दो प्रश्न, सैकड़ों प्रश्न, लेकिन एक भी उत्तर कभी भी गलत नहीं हो रहा .यह कमाल कोई कैलकुलेटर, किसी मोबाइल फोन या कोई ऐप अथवा कंप्यूटर नहीं कर रहा था. इसे एक नन्हीं सहजादी कर रही थी, जिसकी उम्र अभी महज 12 वर्ष ही है. देखने वाले दंग, कुछ भाव विह्वल तो अनेक के मुंह से निकल रहा था कि अरे यह तो कंप्यूटर है तथा अनेक का यह कहना यह लड़की साक्षात सरस्वती का अवतार है. पतंजलि योगपीठ एवं राजस्थान सरकार के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राजस्थान के झुंझुनू जिले के चिड़ावा की निवासी 12 वर्षीय कुमारी वंशिका (Vanshika Sharma) ने पलक झपकते ही बड़े-बड़े अंको की टेबल का जवाब लिखने लगती है और 11 अंकों का पहाड़ा मात्र 39 सेकंड में लिखकर वैश्विक कीर्तिमान स्थापित करती है. वंशिका का यह कारनामा गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records)  में दर्ज होता है. असाधारण सफलता पर परिजन ,स्कूल ,शिक्षक तो प्रसन्न होते ही हैं योग गुरु परम पूज्य स्वामी रामदेव जी भी बेटी को गले लगाकर खूब आशीर्वाद देते हैं .राजस्थान के राज्यपाल महामहिम श्रीयुत कल्याण सिंह जी नन्हीं परी को आमंत्रित कर सम्मानित करते हैं तथा मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे जी भी प्रदेश की बेटी पर गर्व महसूस करती हैं तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित करती हैं। पेशे से उद्यमी श्री मनोज शर्मा जी एवं श्रीमती गायत्री शर्मा जी की बेटी वंशिका ने आगे चलकर और कठिन प्रश्नों को हल किया 280 डिजिट का पहाड़ा मात्र 18 मिनट 4 सेकंड में हल कर एक बार फिर गोल्डन बुक में अपना नाम दर्ज कराया ।असाधारण प्रतिभा संपन्न बालिका वंशिका की इस सटीक गणितीय क्षमता के गवाह इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया दोनों बने तथा बच्ची के गुणों को प्रचारित व प्रसारित किया ।राजस्थान के कोटा में रहकर आईआईटी में प्रवेश हेतु तैयारी कर रही इस विलक्षण बालिका पर संपूर्ण राजस्थान को गर्व है और सभी को यह आशा है कि भविष्य में संपूर्ण विश्व में राजस्थान का नाम यह बालिका अवश्य रोशन करेगी।