स्कूल जाने से पूर्व एक नही, दो नही, अपितु पाँच बार वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराना किसी करिश्माई बच्चे के लिए ही सम्भव है। वाशिम निवासी डॉक्टर दंपत्ति डॉ पराग सरनाईक जी एवं डॉ योगिता सरनाईक जी का अद्भुत प्रतिभा सम्पन्न बेटा मास्टर विवान (Vivan Sarnaik) एक करिश्मा ही है। माँ की गोद मे बैठकर दूध पीने की उम्र में विवान ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GBWR) एवं अन्य संस्थाओं में अपने नाम पॉच वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दर्ज करा लिए हैं।
25 मार्च 2015 को जन्मे विवान ने डेढ़ वर्ष की उम्र में फुटबॉल खेलना प्रारंभ कर दिया था तथा दो वर्ष पूर्ण होते होते राष्ट्रगान को राग में सुनाने लगे। मात्र दो वर्ष दस माह की आयु में अनेक गणमान्य लोगों की उपस्थिति एवं लाखों लोगों की भीड़ के समक्ष एक नियत अवधि के भीतर राष्ट्रगीत एवं राष्ट्रगान सुना कर सभी को आश्चर्यचकित कर मास्टर विवान ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में अपना नाम दर्ज कराया। 201 देशों के राष्ट्र ध्वज पहचान कर तथा सौ देशों के राष्ट्रीय ध्वजों को मात्र 77 सेकंड में पहचान कर एवं एक मिनट में 85 देशों के राष्ट्र ध्वज को पहचानते हुए विवान ने पुनः वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर डाले। इसी तरह के अन्य वर्ल्ड रिकॉर्ड इस नायाब अजूबे द्वारा छोटी सी उम्र में ही बनाए गए हैं। सबसे कम उम्र (3 वर्ष 4 महीने) में विशाल अंतरप्रांतीय सम्मेलन का उदघाटन करने का अनूठा एवं सम्मानजनक विश्व रिकॉर्ड भी मास्टर विवान के द्वारा स्थापित किया गया है।
असाधारण प्रज्ञराशि के स्वामी विवान को शिव मंत्र के दस श्लोक, गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, शनि मंत्र, हनुमान मंत्र सहित अन्य अनेक मंत्र इस आयु में ही ज़ुबानी याद है जिनका वह जप करते हैं। इसी प्रकार विवान कराटे के भी अद्भूत खिलाड़ी हैं। इतनी छोटी से उम्र में ही विवान को सैकड़ों सम्मानों से नवाज़ा जा चुका है तथा अनेक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।