लीक छोड़ तीनहिं चले शायर, सिंह, सपूत। यह पुरानी लोकोक्ति है लेकिन अब इसमें सुधार किया जाए तो अनउपयुक्त नहीं होगा। आज बेटियां भी सिंहनी बन किसी सपूत से तनिक भी कमतर नहीं है। अलबत्ता स्थिति तो यह है कि अनेक क्षेत्रों में लड़कों से दो कदम आगे ही दिखाई देती हैं। इसी मानक पर सौ फ़ीसदी खरी उतरने वाली एक नन्ही परी है कुमारी सृष्टि गुलाटी (Srishti Gulati) जिन्होंने मात्र 5 वर्ष की आयु में ही कई सौ अवार्ड प्राप्त करते हुए अपने नाम अनेक कीर्तिमान दर्ज कराये है। फरीदाबाद, हरियाणा निवासी श्रीयुत प्रवीण गुलाटी जी की धर्मपत्नी श्रीमती प्रिया गुलाटी जी की गोद में जन्मी कुमारी सृष्टि गुलाटी की खासियत शैशवास्था से ही झलकने लगी थी तथा अत्यंत कम उम्र में ही अनेक मंचों पर आमंत्रित की जाने लगी। मंच चाहे कला का हो, डांस का हो, फैशन प्रतियोगिता हो, रैंप वॉक हो, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता हो अथवा बेबी ओलंपिक का कंपटीशन हो सभी तरह के मंच पर यह नन्ही परी अपने गुणों की खुशबू से वातावरण को आभायमान करती रहती है।

मात्र 5 वर्ष की उम्र में ही कुमारी सृष्टि गुलाटी को तकरीबन 500 से भी अधिक सम्मान प्राप्त हो चुके हैं तथा बेहद कम आयु में ही सर्वाधिक सम्मान प्राप्त होने के चलते दर्जनों रिकॉर्ड दर्ज हो चुके हैं। माता-पिता के सुसंस्कारों के चलते कु० सृष्टि इसी आयु में सामाजिक सरोकारों में भी बढ़-चढ़कर प्रतिभाग करती रहती हैं। कोरोना की विश्वव्यापी आपदा के दौरान अपने जन्मदिन पर एक हजार लोगों को मास्क वितरित करते हुए आपने रिकार्ड में भी अपना नाम दर्ज कराया। बहुमुखी प्रतिभा की धनी कु० सृष्टि को अभी तक प्राप्त होने वाले प्रमुख सम्मान हैं – भारत की बेटी अवार्ड, राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड, स्टार ऑफ इंडिया अवार्ड, ए पी जे अब्दुल कलाम एचीवर अवार्ड, राजस्थान गौरव अवॉर्ड, राजधानी गौरव अवॉर्ड, इंटरनेशनल आइकॉन अवार्ड, फरीदाबाद रत्न सम्मान, भारत की वीरांगना अवार्ड सहित सैकड़ों अवॉर्ड प्राप्त हो चुके हैं। देश के कोने -कोने में आपको प्रायः आमंत्रित किया जाता रहता है तथा अत्यन्त प्रतिष्ठित विविध सम्मान से सम्मानित किया जाता रहता है।

इतनी कम उम्र में हजारों माता-पिता सृष्टि के लालन-पालन एवं सुसंस्कारों से प्रेरणा लेकर खुद भी आगे आ रहे हैं। श्रीयुत प्रवीण गुलाटी जी एवं श्रीमती प्रिया गुलाटी जी को रोल मॉडल से रूप में देखा जाने लगा है। बेटी के प्रति इस दंपत्ति का स्नेह और त्याग, समाज के लिए एक आदर्श स्थापित कर रहा है।