भावनगर गुजरात के निवासी तथा वही एक राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में विभागाध्यक्ष के पद पर सेवारत श्री हीरेन वीo मंडोलिया (Hiren V. Mandalia) जी ने एक बार एक वीडियो देखा जिसमें एक सज्जन असाधारण तरीके से याददाश्त का प्रदर्शन कर रहे थे। इस वीडियो को देखकर आप के ऊपर जबरदस्त प्रभाव पड़ा तथा आपने भी दिशा में काम करने का सोचा और लग गए इस काम पर। धीरे-धीरे याद करने के तरीकों पर आप शोध करने लगे। इसमें आपको काफी सफलता मिलने लगी ।विभिन्न अंकों को रेंडम करने के बाद में आसानी से आपने याद करने लगे ।इसी तरह चाहे जितना चेसबोर्ड में चाहे जितना हरफर कर दिया जाए उसे भी आप याद करने लगे। आंखों पर पट्टी बांध के भी आपकी याददाश्त के अनेक बाद परीक्षण किए गए इसमें आप लगातार सफल रहे । याददाश्त क्या साधारण तरीकों के चलते आपको अनेक टेलीविजन चैनलों पर लाइव कार्यक्रम में भी आमंत्रित किया जाने लगा, इसमें आप ने असाधारण रूप से सभी को चकित कर दिया। धीरे-धीरे आपकी आप प्रसिद्धि में अत्यधिक इजाफा हुआ तथा आगे चलकर आपने अपनी खासियत का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज कराने को सोचा, तत्पश्चात गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) के कार्यालय से संपर्क किया और निर्धारित मानकों का अनुपालन करते हुए आवेदन पत्र प्रस्तुत किया ।आपके आवेदन की जांच उपरांत 2 मार्च 2020 को फास्टेस्ट अरेंजमेंट आफ मेमोरी के रूप में आपका नाम गोल्डन बुक आज रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इस असाधारण उपलब्धि पर श्री हीरेन वी0 मंडोलिया जी को बधाई देने वालों का तांता लग गया तथा आपको अनेक सामानों से भी सम्मानित किया गया। इंजीनियर पिता श्री विनोद राय जी एवं माता श्रीमती सुमति बेन के आंगन में 2 मार्च 1970 को जन्मे श्री हीरेन बी मंडोलिया जी ने इंजीनियरिंग से ही ग्रेजुएशन तथा केमिकल इंजीनियरिंग से पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई की है और आज आप न केवल भावनगर के अपितु पूरे गुजरात प्रांत की शान बन चुके हैं।