अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiy Maheshwari Mahila Sanghathan) के द्वारा दिनांक 6 – 20 मई तक आयोजित किए गए कार्यक्रम ‘ई संस्कार वाटिका’ का आयोजन किया गया जिसमें 17 देशों से 31174 बच्चों का रजिस्ट्रेशन हुआ। विभिन्न भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान को बच्चों तक ऑनलाइन पहुंचाने का यह प्रयास गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में ‘लार्जेस्ट ऑनलाइन कल्चर अपस्किल प्रोग्राम’ शीर्षक के साथ दर्ज किया गया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि डॉ मनीष विश्नोई ने बतलाया कि रजिस्टर्ड बच्चों के डेटा का विस्तृत अध्ययन एवं ऑनलाइन कार्यक्रम को देखने के उपरांत आज आधिकारिक रूप से इस ऑनलाइन कार्यक्रम को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Golden Book of World Records) में शामिल करने की घोषणा करते हुए ई-सर्टिफिकेट जारी किया गया है।

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती आशा माहेश्वरी जी ने बतलाया कि आज जब सारा विश्व कोरोना महामारी से ग्रसित हैं एवं लॉक डाउन का पालन कर रहा है, ऐसे समय में ABMMS की शाखा ‘बाल एवं किशोरी विकास समिति’ द्वारा ‘गीता परिवार’ के सहयोग से इतनी बड़ी संख्या में बच्चों को इस ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से स्वास्थ्य, अध्यात्म, संस्कार एवं व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसे हमारी टीम के अथक प्रयास से हमने संभव कर दिखाया है।

पूज्य संत स्वामी श्री गोविन्द देव गिरी की के उद्बोधन के साथ समापन कार्यक्रम के दौरान गीता परिवार से श्री संजय मालपानी जी एवं अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती मंजू बांगड़ जी, बाल एवं किशोरी विकास समिति प्रभारी श्रीमती निर्मला मारू जी, राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री श्रीमती मधु ललिता बाहेती जी एवं संगठन के पदाधिकारियों श्रीमती ज्योति राठी जी, शैला कलंत्री जी, सविता पटवारी जी आदि ने कार्यक्रम की सफलता एवं गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GBWR) में नाम दर्ज होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।