अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन (Akhil Bharatvarshiya Maheshwari Mahila Sangathan) की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती आशा महेश्वरी एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती मंजू बांगड़ के सफल नेतृत्व में महिला अधिकार, उत्थान, सुरक्षा एवं सशक्तिकरण समिति के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2022 के सुअवसर पर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वाश्रिता प्रॉजेक्ट लिया गया। प्रोजेक्ट की अभूतपूर्व सफलता के उपलक्ष्य में एक वर्चुअल सेरेमनी का आयोजन भी किया गया जिसमें मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष माननीय श्रीमान ओम कृष्ण जी बिरला, अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा के सभापति श्री श्याम सुंदर जी सोनी, पूर्व सभापति श्री रामपाल जी सोनी के साथ-साथ युवा संगठन अध्यक्ष श्री राजकुमार जी काल्या ने शिरकत की। अति सम्माननीय अतिथि के रूप में महासभा के महामंत्री श्रीमान संदीप जी काबरा, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बहने श्रीमती मनोरमा जी लड्डा, लता जी लाहोटी, गीता जी मूंदड़ा, विमला जी साबू, सुशीला जी काबरा, निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष कल्पना जी गगरानी ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। उक्त कार्यक्रम में सशक्त माहेश्वरी ग्लोबल महिला सम्मान भी बहरीन निवासी श्रीमती मधु लखोटिया सारडा को प्रदान किया गया।

इस कार्यक्रम में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) के एशिया हेड श्री मनीष जी बिश्नोई शामिल हुए और उन्होंने प्रोजेक्ट के पूरे डेटाबेस को, जो उन्हें पहले ही भेजा जा चुका था, स्टडी करने के बाद लार्जेस्ट डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ स्विंग मशीन टाइटल से रिकॉर्ड की घोषणा की। और इस तरह द्वादश सत्र में ही चौथा स्वर्णिम विश्व कीर्तिमान संगठन ने अपने नाम दर्ज कर एक अद्भुत इतिहास रच दिया।

इस प्रोजेक्ट अंतर्गत हर महिला को स्व -आश्रिता यानि आत्मनिर्भर बनाने के लिए, उसके सपनों को सिलने के लिए सिंगर इंडिया (Singer India) के साथ एक एमओयू साइन कर भारतवर्ष तथा नेपाल जो कि एक चैप्टर के रूप में संगठन के साथ जुड़ा हुआ है में 16 सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोले गए। इसके अंतर्गत हर प्रदेश जो सेंटर खोलना चाहता था को हमने प्रपोजल दिया था और जिन जिन प्रदेशों ने सेंटर खोलने की पहल करते हुए 6 मशीनें लगाने की कटिबद्धता जाहिर की उन्हें अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन ने राष्ट्रीय स्तर से 4 मशीन का सहयोग हर सेन्टर को प्रदान किया। इन सभी सेंटर्स में मशीनें श्रंखलाबद्ध संगठन के अंतर्गत अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की है और इनको चलाने का काम भी हमारा रहेगा , सिंगर का करिकुलम , सर्टिफिकेशन और एफीलिएशन इन सेंटर्स को प्राप्त रहेगा। बहुत ही कम या यूं कहें नॉमिनल फीस में सिलाई सीखने के लिए अति उपयुक्त इन सेंटर्स में काम सीखने के बाद कहीं भी काम मिलना काफी आसान होगा और यहीं शुरु होती है हमारी स्वाश्रिता बनाने की कोशिश, जो सही मायने में हर नारी को पति की साथी बनकर या उसकी अनुपस्थिति में अपने घर की रीढ़ बनकर अपने घर को चलाने में सहयोग करेंगे।

ग्रास रूट पर काम करते हुए श्रंखलाबद्ध संगठन के अंतर्गत प्रदेशों में अपने ही जिले तहसील या प्रदेश में सेंटर खोलने के अतिरिक्त भी महेश्वरी महिलाओं के साथ-साथ बहुत सी जरुरतमंद महिलाओं को जिन्हें सिलाई आती हो, मुफ्त सिलाई मशीन देकर स्वाश्रिता बनाने की पहल की है।
नेपाल चैप्टर सहित सभी 27 प्रदेशों के उत्कृष्ट सामूहिक प्रयासों से समिति प्रमुख श्रीमती गिरिजा सारडा के सुखद संयोजन में हमने 525 का लक्ष्य प्राप्त किया।

माहेश्वरी समाज अपनी सेवाभाव के लिए जाना जाता है और जब अपनी बहनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम सब हाथ से हाथ जोड़ेंगे तो यह प्रकल्प कितना बड़ा हो सकता है यह हम सब जानते ही थे, खुशी की बात यह है कि इस प्रोजेक्ट में ₹50 की राशि देकर भी ग्रहणियां सहयोगी बनीं है और 50 मशीनों की कंट्रीब्यूशन देने वाली महिलाएं भी शामिल हैं। हमने सोचा कि “जो सिर्फ खुद के लिए जिया तो क्या जिया”, महाराष्ट्र में करीब 6000 किसानों जिन्होंने कर्ज से तंग आकर आत्महत्या कर ली, उनके परिवारों की सहायता के उद्देश्य से विधवा महिलाओं के लिए और तेलंगाना में जिन परिवारों में कन्या अधिक हैं, पड़ोसी राज्यों से आए हुए मजदूर उन से विवाह कर बाद में उन्हें वहीं छोड़ गए …ऐसी कुमारी माताओं के लिए अपना घर चलाने के उद्देश्य से 14-14 मशीन के साथ सिलाई सिखाने के सेंटर खोले। हमने यह दो सेंटर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हमारे राष्ट्रीय महिला संगठन की तरफ से इन महिलाओं को ना सिर्फ समर्पित किए, बल्कि उसे दिन से 40 महिलाओं का बैच भी दोनों सेंटर्स पर शुरू हो गया। इन सेंटर्स पर पंखा, पानी की टंकी, बैठने के लिए स्टूल्स , कैंची , सिलाई किट, कपड़ा इत्यादि भी राष्ट्रीय संगठन की तरफ से दिया गया। इन दोनों सेंटर्स को चलाने का दायित्व यवतमाल की श्रीमती नीलिमा जी मंत्री को सौंपा गया है।

अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती आशा महेश्वरी ,राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती मंजु बांगड़ ,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्रीमती ज्योति राठी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीमती शैला कलंत्री, राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री श्रीमती मधु बाहेती के साथ साथ स्वाश्रिता प्रोजेक्ट के लिए प्रकल्प प्रमुख श्रीमती गिरिजा सारडा, महिला अधिकार उत्थान सुरक्षा एवं सशक्तिकरण समिति प्रभारी श्रीमती उषा मोहंता, समिति सह प्रभारी स्वाति काबरा, राजश्री मोहता, कंचन राठी, प्रतिभा नथानी और रश्मि बिनानी को साथ लेकर इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।