11 बरस की छोटी सी आयु में अत्यंत ही कठिन 1 मिनट में 20 बार निरालंबा चक्रासन करके 20 जनवरी 2020 को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Golden Book of World Records) में अपना नाम दर्ज कराने वाली उत्तराखंड में हल्द्वानी की एक छोटे से इलाके कुंवरपुर की रहने वाली कुमारी रिया पलाडिया (Riya Paladiya) ने असाधारण कारनामा कर दिखाया है। हमारी संस्कृत में सीखने को मिलता है कि गुरु का दर्जा ईश्वर से भी अधिक ऊंचा होता है, रिया पलाडिया के जीवन को भी श्री अमित सक्सेना नामक एक द्रोणाचार्य आज से 4 वर्ष पूर्व इस तरह तलाशना शुरू किया की गुड़िया गुड्डू के खेलने की उम्र में इस नन्ही सी परी ने विश्व रिकॉर्ड बना डाला। रिया के पिता श्री नवीन पलाडिया जी की एक छोटी सी जनरल स्टोर की दुकान है तथा माता श्रीमती हेमा प्रिया जी घर गृहस्ती चलाती हैं। छोटी सी उम्र में ही बच्ची को विभिन्न प्रकार से अपने शरीर को घुमाते देख उसके चाचा ने सोचा कि क्यों न इसे योग आदि का अभ्यास सिखाया जाए, लेकिन उनके सामने किसी योग्य प्रशिक्षक का अभाव इस विचार पर पानी फेर दिया। फिर किसी तरह उन्हें पता चला कि उनके घर से 15 किलोमीटर दूर श्री अमित सक्सेना नामक एक सज्जन है जो योग ,मार्शल आर्ट, जिम्नास्ट आदि के बेहतरीन कोच हैं ।अब आप ने तत्काल 25 मार्च 2015 के दिन बेटी को ले उनके पास पहुंच गए। रिया को देखते ही श्री अमित सक्सेना जी ने भांप लिया कि बच्ची में असाधारण गुण हैं और उसे सिखाने पर वह कुछ खास कर सकती है ।अब रिया प्रतिदिन चाचा के साथ 15 किलोमीटर चलकर सीखने आने लगी तथा धीरे-धीरे अपनी मेहनत एवं प्रतिभा से सिद्ध कर दिया कि उसके गुरुदेव और कोच श्री अमित सक्सेना जी ने सही आकलन किया था ।अमित सक्सेना एवं रिया की 4 वर्ष की अथक मेहनत ने आखिरकार वह कर दिखाया जिसका सपना कोच ने देखा था। उस नन्ही सी परी ने पूर्व में स्थापित वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक नया कीर्तिमान अपने नाम कर दिखाया। श्री अमित सक्सेना जी ऐसे ही हीरों के नायाब पारखी हैं और सैकड़ों बच्चों को लेकर सिखाते रहते हैं बिना कोई खास शुल्क लिए, अधिकांश बच्चों से आप निशुल्क नहीं लेते है। गोलापार,दौलतपुर स्थित वेंडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा छह की छात्रा रिया अभी से ओलंपिक में भारत के लिए मेडल लाने के लिए कठोर साधना कर रही है।